पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव की सोमवार को इस्लामाबाद में अपनी मां और पत्नी से मुलाकात पर भारतीय विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया आई है.
मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि कुलभूषण जाधव ने बहुत दबावपूर्ण माहौल में अपनी मां और पत्नी से मुलाकात की. उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान ने सुरक्षा के नाम पर सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनशीलता का ख्याल नहीं रखा. विदेश मंत्रालय के मुताबिक कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां से कपड़े बदलने के लिए कहा गया. इसके अलावा उनके चूंड़ी, मंगलसूत्र, बिंदी और जूते भी उतरवा लिए गए. यही नहीं बार-बार अनुरोध करने पर कुलभूषण जाधव की पत्नी के जूते नहीं लौटाए गए.
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक पाकिस्तान ने कुलभूषण जाधव पर अपनी मां और पत्नी से मातृ भाषा के बजाए अंग्रेजी में बात करने के लिए दबाव बनाया. उन्होंने आगे कहा, ‘इस मुलाकात और इसके बाद पाकिस्तान का जो रवैया रहा, वह साफ तौर पर कुलभूषण जाधव की कथित गतिविधियों को लेकर झूठी कहानी को आगे बढाने की कोशिश थी.’ भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक जिस तरह से कुलभूषण जाधव को पेश किया गया, वह उनकी सेहत को लेकर भी सवाल खड़े करता है.
पाकिस्तान ने मानवीय आधार पर इस मुलाकात के लिए इजाजत दी थी. हालांकि, इसके लिए भी उसकी आलोचना हो रही है कि खुली मुलाकात के बजाए पारदर्शी शीशे के आर-पार इंटरकॉम के जरिए उनकी बात कराई गई. लेकिन पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने इसे सुरक्षा कारणों से जरूरी बताया था.
वहीं, पाकिस्तान से लौटने के बाद कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने मंगलवार को दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश सचिव एस जयशंकर से मुलाकात की. पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने कथित जासूसी के लिए कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है. हालांकि, नीदरलैंड स्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायालय ने अंतिम फैसला आने तक इस पर रोक लगा दी है. इस मामले की जनवरी में सुनवाई होनी है.
#WATCH MEA spokesperson Raveesh Kumar on meeting of #KulbhushanJadhav's mother and wife with Jadhav in Islamabad pic.twitter.com/O6HkKoc7WK— ANI (@ANI) December 26, 2017
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