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भोपाल। मप्र पुलिस पर असंवेदनशीलता के आरोप तो हजारों लगते रहते हैं। भोपाल गैंगरेप में यह प्रमाणित भी हुआ है। पुलिस अधिकारी अपनी शिकायत करने वालों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कर लेते हैं, अटेर में एसडीओपी ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज कर ली लेकिन इस सबके बीच इसी मप्र पुलिस में कुछ हीरो भी हैं, बिल्कुल वैसे ही जैसी कि जनता को जरूरत है। आज की कहानी का हीरो है मप्र पुलिस का सिपाही शिवम सिंह जिसने अपनी जान की परवाह किए बिना कुएं में गिरी एक बच्ची को अपनी जान पर खेलकर बचाया। बिना वक्त गंवाएं वो खुद कुएं में कूद गया।
घटनाक्रम पुलिस लाइन का है। दोपहर करीब 3.30 बजे एक मां कुएं के नजदीक खड़ी सहायता के लिए पुकार रही थी। तभी वहां से सिपाही शिवमसिंह ठाकुर निकल रहे थे। जैसे ही उन्होंने इस बच्ची की मां की चीख-पुकार सुनी तो वह कुएं के पास पहुंच गए। उन्होंने पलभर की देरी किए बिना तत्काल कुएं में छलांग लगा दी। खुशकिस्मती से उन्हें यह बच्ची जल्द ही मिल गई। इसके बाद जवान शिवमसिंह और इस बच्ची को आसपास के लोगों की मदद से कुएं से बाहर निकाला गया।
सिपाही ठाकुर ने बताया कि मैंने अपनी ट्रेनिंग और सीनियर्स यही सीखा है कि संकट के समय हालात की परवाह किए बिना मदद की जाए। मैंने इसी नियम का पालन किया। इधर एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल ने सिपाही शिवमसिंह के साहस और सूझबूझ की प्रशंसा करते हुए उन्हें पुरस्कृत करने का निर्णय लिया है।
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