TOC NEWS @ www.tocnews.org
लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा भले ही अभी से तैयारी कर रही है लेकिन उसकी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अभी शिवसेना भाजपा नीत एनडीए से अलग होने जा रही है। उसको संभालना ही अमित शाह के लिए मुश्किल है। अब एक और पार्टी ने अपने तेवर दिखा दिये हैं। एक मुद्दे पर पार्टी ने चेतावनी दे दी है कि वो एनडीए से अलग हो सकते हैं। पार्टी ने 7 अगस्त का समय दिया है।
लोकसभा चुनाव से पहले लग रहे हैं झटके
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी लोकसभा चुनाव से पहले अपना कुनबा बचाने और एनडीए को मजबूत करने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार के सहयोगी एक के बाद एक अपनी राहें अलग करते जा रहे हैं। इस अलगाव ने शाह और मोदी को परेशानी में डाल दिया है। पहले शिवसेना ने राहें जुदा कर लीं उसके बाद टीडीपी भी अलग हो गयी। अब एक और झटका लगने जा रहा है।
आखिर कौन सा है वो दल जो करने जा रहा राहें जुदा
अब हम आपको बताते हैं कि वो दल कौन सा है जो एनडीए से अपनी राहें जुदा कर सकता है। वो दल मोदी सरकार का सहयोगी दल है और पिछले चार सालों से ही मोदी की सरकार से जुड़ा है। जी हां हम बात कर रहे हैं मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी की जो अपनी राहें जुदा कर सकता है। यह एलान खुद राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने कर दिया है।
आखिर किस बात को आधार बनाया है लोजपा ने
दलित राजनीति करने वाली लोजपा ने मोदी सरकार औऱ एनडीए से अलगाव के लिए मुद्दा भी दलितों को ही बनाया है। चिराग पासवान ने चेतावनी दी है कि सात अगस्त तक मोदी सरकार एससी एसटी बिल को नये सिरे से संसद में पेश करे। इसी के साथ ही एनजीटी चेयरमैन एके गोयल को हटाने की मांग की है। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस गोयल ने ही एससी एसटी एक्ट में संशोधन का फैसला दिया था।
मांग नहीं मानी तो 9 अगस्त से सरकार के खिलाफ ही सड़क पर उतरेगी लोजपा
चिराग ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गयी तो लोजपा सरकार के खिलाफ हो जायेगी। दलित मुद्दे पर 9 अगस्त को भारत बंद का ऐलान किया गया है। लोजपा उस भारत बंद का समर्थन करेगी और सरकार का ही विरोध करेगी। इससे पहले चिराग और राजद नेता तेजस्वी के गठजोड़ की भी चर्चा हो चुकी है
No comments:
Post a Comment