बुरहानपुर : मंत्री अर्चना दीदी के अथक प्रयासों से शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज बुरहानपुर की प्रवेश मान्यता बहाल |
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जिला ब्यूरो चीफ बुरहानपुर // अशोक सोनी : 94245 26100
मंत्री अर्चना दीदी के अथक प्रयासों से मिली सफलता
बुरहानपुर। वर्ष 2008-09 के शैक्षणिक सत्र से मान्यता के अभाव में प्रवेश के लिए वंचित बुरहानपुर के प्रतिष्ठित शासकीय आयुर्वेद महाविद्यालय की प्रवेश की मान्यता बहाल करने के आदेष प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के अथक प्रयासों से 27 जुलाई 2018 को सी.सी.आई.एम. भारत सरकार से किए जा चुके हैं।
मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने बताया कि महाविद्यालय की प्रवेश मान्यता शिक्षकों एवं अधोसंरचना की कमी के कारण निरस्त हो गई थी। यदि इस वर्ष मान्यता नहीं मिलती तो महाविद्यालय हमेशा के लिए बंद हो जाता। श्रीमती चिटनीस ने बताया कि उन्होंने मान्यता पुनः वहाल करने के लिए सी.सी.आई.एम. की मान्यता के मापदण्डों के अनुरूप सर्वप्रथम 6 करोड़ की लागत से नवीन आयुर्वेद महाविद्यालय के भवन एवं 4 करोड़ की लागत से आयुर्वेद अस्पताल के भवन की स्वीकृति कराकर निर्माण पूर्ण कराया.
इसके बाद द्वितीय चरण मे आयुर्वेद कालेज कन्या छात्रावास भवन हेतु 2 करोड़ की स्वीकृति कराकर कार्य प्रारंभ कराया साथ ही साथ महाविद्यालय के अध्यापन विभाग की दृष्टि से प्रतिनियुक्ति मं पदस्थ षिक्षकों की प्रतिनियुक्ति से वापसी कराकर उन्हें पुनः बुरहानपुर पदस्थ कराया, फिर भी पद शेष रह जाने पर फरवरी 2018 में आयुष मंत्री श्री जालम सिंह पटेल और विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती शिखा दुबे से चर्चा कर विगत 28 मई को आदेश जारी करके 16 शिक्षकों की पदस्थापना बुरहानपुर आयुर्वेदिक कॉलेज में कराई गई और अन्य आहर्ताओं की पूर्ती के लिए शासन द्वारा अंडरटेकिंग दिलाई जिसके बाद सी.सी.आई.एम. सर्वे कराकर मान्यता बहाल कराई गई है। अन्य आवष्यक आहर्ताओं की पूर्ति शैक्षणिक सत्र के दौरान कर ली जावेगी।
महाविद्यालय मे इसी सत्र से प्रवेश प्रारंभ हो जाएंगे। चर्चा के दौरान मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि बुरहानपुर के वर्ष 1958 से चल रहे प्रतिष्ठित शासकीय आयुर्वेदिक कॉलेज हेतु मान्यता मिलने से इसका पुनः चलायमान होना उनका 10 वर्ष से सपना रहा है, विशाल भवन और अस्पताल के बाद भी मान्यता नही होने से मुझे हमेषा ही कसक रहती थी, यह आयुर्वेद कॉलेज बुरहानपुर की पहचान का अटूट हिस्सा रहा है जिसे पुर्नजीवित करने के लिये हमें भी अपने प्राणप्रण से लगातार एक दशक के प्रयास से मिली सफलता का आनंद हुआ हैै।
मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने स्वीकृति प्रदान किए जाने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंहजी चौहान, आयुष मंत्री श्री जालमसिंह जी एवं भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद् भारत सरकार का आभार व्यक्त किया।
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