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जिला ब्यूरो चीफ, जिला नरसिंहपुर // अरुण श्रीवास्तव : 91316 56179
नरसिंहपुर, 03 दिसम्बर 2018. विश्व विकलांग दिवस पर 3 दिसम्बर को स्टेडियम ग्राउंड नरसिंहपुर में नि:शक्तजनों की विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर अभय वर्मा ने किया। उन्होंने हरी झंडी दिखाकर 50 मीटर की दौड़ प्रतियोगिता शुरू कराई। इस मौके पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार भी मौजूद थे।
विश्व विकलांग दिवस के कार्यक्रम में जिले के 6 विकासखंडों के करीब 100 नि:शक्त बच्चों ने विभिन्न प्रकार की खेलकूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। प्रतियोगितायें प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक इस प्रकार तीन कैटेगिरी में रखी गई थी। प्रतियोगितायें मानसिक मंदता, श्रवण बाधित, अस्थि बाधित, दृष्टि बाधित आदि वर्ग में हुई। खेलकूद प्रतियोगिताओं में 50 मीटर दौड़, मटकी फोड़, कुर्सी दौड़, बौच्ची गेम समेत अन्य प्रतियोगितायें आयोजित की गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत नि:शक्त प्रतिभागी रंगोली, चित्रकला, गायन- वादन आदि में शामिल हुये। प्रतियोगितायें पहले विकासखंड स्तर पर आयोजित की गई। इन खेलकूद प्रतियोगिताओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले नि:शक्त प्रतिभागियों ने जिला स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। खेलकूद प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आये नि:शक्त प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। साथ ही इन कार्यक्रमों में शामिल सभी नि:शक्त प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें सांत्वना पुरस्कार दिये गये।
इस मौके पर कलेक्टर अभय वर्मा ने कहा कि नि:शक्तता कोई अभिशाप नहीं है। नि:शक्तजन दुनिया में किसी भी तरह की सफलता हासिल करने में सक्षम हैं। उन्होंने यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में एक नि:शक्त द्वारा सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने का उदाहरण भी दिया। कलेक्टर ने कहा कि नि:शक्तजनों पर ध्यान क्रेंद्रित कर उनके हित में पूरे समर्पण भाव से कार्य करने और नि:शक्तजनों का मनोबल बढ़ाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के उद्देश्य से विश्व विकलांग दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। नि:शक्तजनों के लिए जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं को प्रतिस्पर्धा के स्थान पर सहभागिता के रूप में देखा जाना चाहिये। ऐसे आयोजनों से नि:शक्तजनों का मनोबल बढ़ता है। श्री वर्मा ने कहा कि नि:शक्तजन अपने आप में कभी भी निराशा की भावना नहीं लायें।
जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन का उद्देश्य नि:शक्तजनों में आत्मविश्वास उत्पन्न करना और उनका आत्मबल बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा नि:शक्तजनों के कल्याण के लिए विभिन्न योजनायें चलाई जा रही हैं। जिला पंचायत सीईओ विकलांग दिवस के समापन कार्यक्रम में भी शामिल हुए और उन्होंने बच्चों को पुरस्कार वितरित किये। ब्रोललिपी के जानकार और दिव्यांग आइकॉन सुशील चंद्र गुप्ता ने भी कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त किये।
इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री जेके मेहर, मुख्य नगर पालिका अधिकारी केएस ठाकुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास श्वेता जाधव, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केन्द्र श्री एसके कोष्टी, बीआरसी हरिओम पाठक, सीडब्ल्यूएसएन छात्रावास के विद्यार्थी, सभी विकासखंडों के नि:शक्त प्रतिभागी और नागरिकगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन दीपक अग्निहोत्री ने किया। शुभारंभ अवसर पर नि:शक्त विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना और अन्य गीत प्रस्तुत किये।
उप संचालक सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण अंजना त्रिपाठी ने कार्यक्रम का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया और सभी का आभार व्यक्त किया।
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