गुड़गांव के सहारा मॉल मैनेजमेंट ने वहां चल रहे तीन पब को बंद करने के फैसले का बचाव करते हुए सीसीटीवी फुटेज जारी किए हैं. सीसीटीवी में साफ देखा जा सकता है कि कैसे मॉल में एंट्री से मना करने पर अर्धनग्न हालत में घूमते हुए महिलाओं ने वहां की सुरक्षा का मजाक बनाया.
सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है कि ये लोग अर्धनग्न (कमर तक कपड़ों) में यहां वहां सार्वजनिक रूप से घूमने लगे और आखिरकार गार्ड ने शर्माशर्मी इन्हें अंदर जाने की इजाजत दे दी. फुटेज में दिखायी दे रहा है कि इस सब से नाराज ग्राहक तेजी से मॉल से बाहर निकलने लगे. मॉल मॅनेजमेंट के अनुसार ऐसे कई मामले तो पुलिस की उपस्थिति में भी हुए हैं, लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया. यही नहीं मैनेजमेंट का तो यहां तक कहना है कि कई बार अर्धनग्न हालत में ये प्रदर्शनकारी यहां के सुरक्षा गार्ड्स को हॉकी और बैट दिखाकर डराते-धमकाते भी हैं.
मॉल प्रमुख जे.के. गुप्ता के अनुसार मैनेजमेंट पहले ही तीन पब - प्रीजन, इप्सा और ब्ल्यू आइज का लीज परमिट रद्द कर चुका है, ताकि मॉल को आम लोगों के लिए सुरक्षित और आरामदायक बनाया जा सके. इसके अलावा एक और पब को बंद करने के लिए नोटिस दिया गया है.
गुप्ता ने तो यहां तक कहा कि कई मौकों पर बार गर्ल्स को पब से बाहर भी डांस करते हुए देखा गया है. कई बार तो ये बार एक-दूसरे से आगे निकलने की होड़ में ग्राहकों को लुभाने के लिए ऐसा करते हैं. उन्होंने बताया कि जैसे ही ग्राहक तीसरी मंजिल पर पहुंचते हैं छोटे-छोटे कपड़े पहनी हुई ये बार गर्ल्स उन्हें आकर्षित करने का प्रयास करने लगती हैं.
उन्होंने आरोप लगाया कि अगर कोई ग्राहक उनके साथ पब के अंदर चला जाता है तो ये लड़कियां पैसे लेकर मनोरंजन के नाम पर उन्हें कई तरह की सेवाएं देती हैं. पब भी बाउंसर की मदद से ग्राहकों पर नजर बनाए रखते हैं और अगर कोई स्मार्ट बनने की कोशिश करता है तो ये उसके साथ मारपीट भी करते हैं.
मॉल मैनेजमेंट के अनुसार कुछ लड़कियां तो यहां कॉन्ट्रेक्ट पर काम करती हैं, लेकिन ज्यादातर के पास कोई कॉन्ट्रेक्ट नहीं होता. इनमें से किसी एक पब में काम करने वाली एक लड़की कहती है, ‘मुझे और मेरी जैसी कई लड़कियों को पब में फ्री में एंट्री मिलती है. ग्राहकों के साथ डांस करके हम औसतन हर रात करीब 5 हजार रुपये कमा लेती हैं.
मॉल मैनेजमेंट ने आरोप लगाया है कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस, जिला प्रशासन और आबकारी विभाग से भी की, लेकिन कोई कठोर कदम नहीं उठाया गया. गुडगांव बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष कुलभूषण भारद्वाज का कहना है, ‘यह एक खुला सत्य है कि पब में काम करने वाली कुछ लड़कियां देह व्यापार के धंधे में भी लगी हुई हैं. यह सब पब में और उसके बाहर खुलेआम होता है, यही नहीं इन पब के मालिक भी इस गैरकानूनी धंधे में शामिल हैं.’
पिछले साल 12 मार्च को पब के बाहर से एक कर्मचारी के अपहरण और गैंगरेप की घटना के बाद गुड़गांव पुलिस ने यहां पर महिला अधिकारी के साथ यहां एक पीसीआर वैन तैनात कर दी थी, ताकि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम की जा सके. भारद्वाज ने आरोप लगाया है कि पुलिस देह व्यापार से निपटने के लिए कुछ नहीं कर रही है.
मॉल के अन्य दुकानदारों के अनुसार यहां के खराब वातावरण के कारण ग्राहक यहां आना पसंद नहीं करते. यहां का रेस्तरां व्यवसाय भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. पब की वजह से लोगों ने परिवार के साथ यहां आना बंद कर दिया है.
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