भोले नाथ खुद है रूद्र अवतार...
फिर रूद्र यंत्र की मंदिर में क्या जरूरत थी साहब...!
TOC NEWS । उमेश नेक्स
मंदसौर। घोर कलयुग... और उसमें भ्रष्टचारी युग... फिर इंसान तो ठीक भगवान को भी होना हैं दुःख...! और ऐसा ही कुछ लगातार मन्दसौर जिले में हो रहा हैं...! पहले का वो समय था जब गलत काम करने वाला भी भगवान से डरता था... और लूट, डकैती, गलत कामों से कमाये धन का कुछ हिस्सा भगवान के मंदिर में चढ़ा कर अपने पाप को कम करने का प्रयास करता था... लेकिन इस दौर में ऐसे पापी, अन्यायी और भ्रष्टचारी पैदा हो गए हैं जो भगवान से भी नही डरते हैं... और अपनी अवैध कमाई में से कुछ भगवान को चढ़ाने की बजाये... भगवान के चढ़ावे में से ही कमीशन खाने के चक्कर में लगे रहते हैं...!
जिसका जीता जागता उदाहरण 700 वर्षो पुराना चमत्कारी माँ दूधाखेड़ी मंदिर और विश्व प्रसिद्ध अष्ठ मुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर हैं.... दोनों मन्दिरो के करोडों के चढ़ावे में कमशीन खाने का काम खूब हो रहा हैं... और इसी के चक्कर में भगवान के भक्तों की आस्था खण्डित किया जा रहा हैं...! पशुपतिनाथ मंदिर नेताओं और भ्रष्ट लोगों की जुगलबंदी के चलते प्रयोगशाला बना हुआ हैं और नये नये प्रयोग करके हर कोई अपनी जेबें भरने में लगा हैं...!
ऐसा करके ये लोग सिर्फ लाखों लोगों की आस्था को ही ठेस नही पहुंचा रहे हैं बल्कि देव् शक्तियों को भी थोथला बता रहे हैं... जो रूद्र का रूप हैं उस रौद्र रूप शिव मंदिर में 350 किलो चाँदी का रूद्र यंत्र भगवान के सिर पर टांग रहे हैं... इतना भारी भरकम यंत्र अब अपनी जगह छोड़ने लगा हैं...!और कभी भी इस लापरवाही और कमीशनखोरी के चक्कर में बड़ा हादसा पशुपतिनाथ मंदिर में भी हो सकता हैं...!
जिसमे भगवान के भक्तों के साथ प्रसिद्ध अष्ठ मुखी मूर्ति को भी नुकसान पहुंच सकता हैं... पर ये बात सुने कोन? जवाबदार कमीशन खाने में मस्त हैं... और धर्म के ठेकेदार लम्बी छुट्टियों पर है...! भगवान बोल नही सकता और हम जैसे भक्तों को भगवान से ही आशा हैं...! खेर हमने सूना है और कुछ सालों पहले देखा भी है कि भगवान के घर देर हैं पर अंधेर नही... माफ़ी के साथ कहना चाहता हु कि दमदार दादावीर विधायक पुरोहित और कलेक्टर सारस्वत इसके जीते जागते उदाहरण हैं...! इस लिए क्रांतिकारी रिपोर्टर को तो भगवान पर पूरा भरोसा हैं कि वही अपना रौद्र रूप बेईमानों को दिखायेगा... अन्याय और पाप करने वालों को देर से ही सही पर सबक जरूर सिखायेगा...!
No comments:
Post a Comment