शिलांग: मेधालय के राज्यापाल वी. षणमुगनाथन ने अखिरकार अपना इस्तीफा दे दिया है। पिछले दिनों यौन उत्पीड़न का आरोप झेल रहे थे जिसके बाद उन्होंने ये फैसला किया है। हालांकि उन्होंने इस प्रकार के आरोपों का खंडन किया है।
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गौरतलब है कि द हाईलैंड पोस्ट ने एक अज्ञात महिला का बयान लिखा है, जो कि दिसंबर की शुरुआत में राजभवन में पीआरओ की पोस्ट के लिए इंटरव्यू देने आई थीं। महिला के हवाले से अखबार ने लिखा है कि राज्यपाल ने कथित तौर पर उन्हें हग किया और किस किया। हालांकि, अखबार ने राज्यपाल के हवाले से लिखा है कि उन्होंने उन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि राज भवन की महिला कर्मचारी उनकी बेटी और पोतियों जैसी हैं।
राजभवन के 80 से ज्यादा कर्मचारियों ने PM को लिखा पत्र
जिसके बाद मामले ने तूल पकड लिया और शिलॉन्ग राजभवन के 80 से ज्यादा कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पांच पेज का खत लिखकर मेघालय के राज्यपाल वी षणमुगनाथन को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की है। साथ ही कर्मचारियों का कहना है कि राजभवन की गरिमा के साथ समझौता किया गया है, इसे यंग लेडीज क्लब में बदल दिया गया है।
बता दें कि तमिलनाडु से वरिष्ठ आरएसएस कार्यकर्ता 68 वर्षीय शानमुगनाथन ने बतौर राज्यपाल 20 मई 2015 को कार्यभार संभाला था। जेपी राजखोवा को हटाए जाने के बाद उन्हें अरुणाचल प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया था। सितंबर 2015 से अगस्त 2016 तक उनके पास मणिपुर का अतिरिक्त चार्ज भी था।
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