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*राज्य मंत्री संजय पाठक के हवाला व्यवसाय में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का हत्या का आरोपी बेटा भी शामिल है*
*संजय पाठक को करोड़ों रूपयों के लेन-देन के बाद मंत्री बनाने वाले मुख्यमंत्री, पाठक से लें इस्तीफा और स्वयं भी दे इस्तीफा*
*कांग्रेस ने जारी किया मुख्यमंत्री, संजय पाठक के साथ हवाला कांड के आरोपी सतीश सरावगी का छायाचित्र*
सम्मानीय पत्रकार बंधुओ,
प्रदेश के कटनी जिले में एक लोकप्रिय और ईमानदार भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी श्री गौरव तिवारी के दृढ़ निश्चय से उजागर हुए 500 करोड़ रूपयों का हवाला कांड करने वाले कोयला एवं खनन व्यापारी सतीश-मनीष सरावगी और उनके साथ राज्य मंत्रिमंडल के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री श्री संजय पाठक की सीधी संलिप्तता उजागर होने के बाद *कांग्रेस पार्टी की मांग है कि अपने व्यावसायिक हितों के कारण कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामकर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान और भाजपा के विवादास्पद तत्कालीन संगठन महामंत्री श्री अरविंद मेनन से हुए करोड़ों रूपयों के लेन-देन के बाद प्रदेश काबीना में राज्यमंत्री का पद हथियाने वाले श्री संजय पाठक से मुख्यमंत्री तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र लें और इस पूरे प्रकरण में श्री पाठक एवं उनके वैध-अवैध व्यवसाय में व्यावसायिक भागीदारी निभा रहे भाजपा के प्रदेषाध्यक्ष श्री नंदकुमारसिंह चैहान के मयूर हत्याकांड में आरोपित बेटे हर्ष सिंह को संरक्षण देने वाले मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चैहान भी अपने पद से इस्तीफा दें, क्योंकि इस घटना में आरोपियों को दिये गये उनके परोक्ष संरक्षण, ईमानदार पुलिस अधीक्षक श्री गौरव तिवारी का स्थानांतरण, प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में कालेधन के खिलाफ कथित रूप से जारी नोटबंदी अभियान को मुख्यमंत्री द्वारा सीधी चुनौती दी गई है!*
कांग्रेस पार्टी, देश में जारी नोटबंदी के बाद मध्यप्रदेश में हुए इस सबसे बड़े घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री और राज्य सरकार से निम्न *यक्ष प्रश्नों* के उत्तर जानना चाहती है:-
1) हवाला कांड में 500 करोड़ रुपयों की इतनी बड़ी राशि के रूप में उजागर कालाधन यदि राज्य मंत्री श्री संजय पाठक का नहीं है, तो किसका है? *मजदूरों, भिखारियों और दोस्तों के नाम पर जो 100 से अधिक फर्जी खाते खुलवाये गये उसमें संलग्न दस्तावेजों की कूटरचना किसके द्वारा की गई, उसमें सहयोगी कौन-कौन थे, उनकी के.वाई.सी. तैयार करने वाले कौन है?*
2) इस कांड में जिन खातों का उपयोग किया गया है, उन खाताधारकों के नाम, उनकी हैसियत, उनका आयकर रिर्टन, खाता खोलने की अवधि और उनके खातों में किये गये लेन-देन और उन खातों से जिनके नाम पर डिमांड ड्राफ्ट बनाये गये, उनका आपस में को-रिलेशन क्या है? इन खातों में जमा राशि का स्रोत क्या है?
3) इस आपरधिक षड्यंत्र में किन-किन प्रभावी लोगों की भूमिकायें हैं और उन्हें किन प्रभावी सत्तासीन लोगों का समर्थन व संरक्षण प्राप्त है ?
4) आज मुख्यमंत्री ने जांच प्रक्रिया को भटकाने एवं दोषियों को बचाने के उद्देश्य से प्रकरण को जांच हेतु प्रवर्तन निदेषालय को सौंपे जाने की सिफारिश की है, क्या प्रवर्तन निदेशालय मुख्यमंत्री के अधीन है?
5) *मुख्यमंत्री द्वारा आज यह कहना कि यह जांच पुलिस नहीं कर सकती है, अत्यंत हास्यास्पद है, क्योंकि यह केवल हवाला लेन-देन का विषय नहीं है, बल्कि इस कांड में धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र, कूटरचित दस्तावेज बनाना और बड़ा भ्रष्टाचार भी शामिल है, जो भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 120 (बी), 465, 467,468, 471 एवं प्रिवेन्षन आॅफ करप्शन एक्ट-1988 के तहत एक गंभीर संज्ञेय अपराध है, जिसकी विवेचना का पुलिस को अधिकार प्राप्त है। भारतीय पुलिस सेवा के वे अधिकारी जो दो वर्षों तक हैदराबाद स्थित आईपीएस अकादमी में आईपीसी, सीआरपीसी व अन्य कानून विषयों का गहन अध्ययन कर के आते है, क्या मुख्यमंत्री जी उनसे अधिक ज्ञानी है?*
6) जब हटाये गये *एसपी ने कालेधन से जुड़े इस बड़े भ्रष्टाचार की जांच एसआईटी से करायी है, तब प्रदेश के गृह मंत्री श्री भूपेन्द्रसिंह द्वारा एसआईटी जांच से इन्कार करने की बात कहना किसे संरक्षित करने का द्योतक है?*
7) क्या यह सच नहीं है कि कटनी जिले के बडवारा विधानसभा क्षेत्र जो शहडोल संसदीय निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है, वहां स्थित हवाला कांड के आरोपित सतीष सरावगी का बंगला है, *उसमें शहडोल संसदीय उपचुनाव निर्वाचन के दौरान भाजपा के प्रभारी व सांसद श्री विनय सहस्त्रबुद्धे नहीं रूके थे? चुनाव के दौरान इसी बंगले में रूकने वाले अन्य अतिप्रभावी भाजपा नेताओं व मंत्रियों के लिए सुरा-सुंदरी का इंतजाम किसकी ओर से किया गया था?*
8) क्या यह भी सच नहीं है कि राज्य मंत्री श्री संजय पाठक द्वारा संचालित हवाला व खनिज व्यवसाय में बतौर व्यावसायिक साझेदारी निभा रहे *भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बेटे हर्ष सिंह श्री पाठक के ‘‘बरही स्थित फार्म हाउस’’ में निवास नहीं करते हैं?*
9) क्या यह सच नहीं है कि तत्कालीन एसपी श्री गौरव तिवारी ने *सरावगी बंधुओं सहित भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बेटे की गिरफ्तारी की तैयारी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह की जबलपुर यात्रा समाप्त होने के ठीक दूसरे दिन कर ली थी, उसके पूर्व ही मुख्यमंत्री के दबाव में श्री गौरव तिवारी का ताबड़तोड़ तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण किया गया, क्या यह सामान्य प्रशासनिक प्रक्रिया है या भ्रष्टाचारियों के खिलाफ ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने वाले अधिकारियों/ कर्मचारियों को मुख्यमंत्री की ओर से दिया गया संदेश?*
10) मुख्यमंत्री को इस पूरे प्रकरण में प्रदेश की 7.50 करोड़ जनता को बताना चाहिए कि उनके मंत्रिमंडल के *काबीना राज्यमंत्री और उसके व्यावसायिक सहयोगियों का नाम जांच में आने के बाद आनन-फानन में तत्कालीन पुलिस अधीक्षक को हटाने के पीछे उनकी मंशा और मजबूरी क्या थी?*
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