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लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाना 12 छात्रों को महंगा पड़ गया. दरअसल, पिछले बुधवार को मुख्यमंत्री लखनऊ यूनिवर्सिटी के एक कार्यक्रम में गए थे. जब उनके काफ़िले को छात्रों ने काले झंडे दिखाए. उन छात्रों को गिरफ़्तार कर लिया गया. 12 छात्रों में 2 छात्राएं भी शामिल थीं. उनमें से एक थी मिस यूपी रह चुकीं 22 साल की अपूर्वा शर्मा. वह काला झंडा लेकर सीएम के गाड़ी के आगे आ गई थीं, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया.
कौन है अपूर्वा शर्मा
अपूर्वा के 2 भाई राहुल और आकाश हैं. मां मधु वर्मा सिंगल पैरेंट हैं. वह बताती हैं, सिंगल पैरेंट होने के बावजूद मैंने तीनों बच्चों की परवरिश में कोई कसर नहीं छोड़ी. मैं सरकारी स्कूल में टीचर हूं. बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में कोई समझौता नहीं किया. साल 1995 में लखनऊ में जन्मी अपूर्वा की शुरुआती पढ़ाई भाऊराव देव रस, अलीगंज से हुई. केंद्रीय विद्यालय से इंटर करने के बाद उसने आईटी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. वर्तमान में वह लखनऊ यूनिवर्सिटी से मास्टर्स कर रही है.
मॉडलिंग का शौक
बचपन से ही अपूर्वा को मॉडलिंग का शौक था. गरीब-असहायों को लेकर वो हमेशा भावुक हो जाती थी. राह चलते अगर कोई भूखा या गरीब मिल जाता था, तो उसे अपना लंच बॉक्स दे देती थी. जैसे-जैसे वो बड़ी हुई, उसके अंदर भावनाएं बढ़ती चली गई.
2016 में मिस यूपी का जीता खिताब
इस दौरान अन्ना हजारे के प्रोटेस्ट ने उसे बहुत इंस्पायर किया और समाज की कुरीतियों के खिलाफ उसने आवाज उठानी शुरू कर दी. वह अखिलेश यादव की फैन है. अपूर्वा उनकी कार्यशैली से इतनी इंप्रेस हुई कि उसने सपा पार्टी ज्वाइन कर ली. पिछले दिनों सहारनपुर में हुए दंगे को लेकर अपूर्वा ने अपने साथियों के साथ प्रोटेस्ट करते हुए सीएम योगी के सामने काले झंडे दिखाकर अपना विरोध जताया था. जिसके बाद हजरतगंज पुलिस ने अपूर्वा को उसके साथियों समेत गिरफ्तार कर लिया. आपको बता दें कि अपूर्वा ने 2016 में मिस यूपी का खिताब जीता था.
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