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लोक निर्माण विभाग में जारी है भ्रष्टाचार, अपने चहेते ठेकेदार को लाभ देने के लिए अधिकारियों के आदेश को दरकिनार कर निरस्त सड़क का भुगतान किया प्रभारी कार्यपालन यंत्री वी के झा ने।
रीवा लोक निर्माण विभाग के द्वारा वर्ष 2012 से 14-15 तक जमकर भ्रष्टाचार किया गया इसमें विभाग के कार्यपालन यंत्री से लेकर प्रभारी एसडीओ और ठेकेदारों ने जमकर लूट मचाई बिना आदेश और बिना स्वीकृति के कागजों पर कार्य करा कर शासन के खजाने को खाली कर दिया
अभी कई मामलों की जांच चल ही रही थी कि प्रभारी कार्यपालन यंत्री वीके झा ने एक कदम और भ्रष्टाचार की ओर बढ़ाते हुए एक ऐसी सड़क का भुक्तान कर दिया जिसकी गुणवत्ता को लेकर तत्कालीन कार्यपालन यंत्री हरि सिंह ठाकुर और मुख्य अभियंता अनंत गोरे ने कार्य को निरस्त कर दिया था यह कार्य ठेकेदार बाबूलाल यादव के नाम से करवाया गया था लेकिन कार्य करवाने वाला पेटी ठेकेदार राजेश्वरी मिश्रा अधीक्षण यंत्री वी के झा का चाहेता था,
जिसको लाभ देने के लिए अधिकारियों के आदेश को दरकिनार कर 16लाख का भुगतान कर दिया गया। मामला बरा कोठार पहुंच मार्ग का है जिसके निर्माण में घटिया और गुणवत्ताहीन सामग्री का उपयोग किए जाने के कारण अधिकारियों ने कार्य को रिजेक्ट कर दिया था।
आपको बता दें कि इन्हीं भ्रष्टाचारों की भुगतान न करने के कारण भ्रष्टाचारी ठेकेदारों और अधिकारियों ने तत्कालीन कार्यपालन यंत्री हरि सिंह ठाकुर को हटवाने के लिए जी जान लगा दी जिससे उनके फर्जी कार्यों का भुगतान हो सके और इन दिनों प्रभारी कार्यपालन यंत्री बीके झा अपने प्रभार का दुरुपयोग करते हुए अपने भ्रष्टाचार की परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं ।
वही मुख्य अभियंता अनंत गोरे रिटायरमेंट की कगार पर है खुलेआम अपने आदेश की धज्जियां उड़ावाते हुए प्रभारी कार्यपालन यंत्री पर रोक नहीं लगा पा रहे हैं। इसका कारण यह है कि रिटायरमेंट होते -होते अपनी तिजोरी भर कर विभाग से विदाई लेना चाहते हैं ,अब इस मामले को 15 तारीख को रीवा पहुंच रहे प्रमुख सचिव से शिकायत कर जाँच करवाई जायगी ।
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