वारासिवनी : दैनिक वेतनभोगी के श्रमिकों के नाम पर घोटाला |
- वारासिवनी नगर पालिका परिषद में इन दिनों भारी भ्रष्टाचार किये जाने की शिकायतें प्रकाश में आई है।
- ऐसी ही एक शिकायत दैनिक वेतनभोगी के श्रमिकों के संबंध में प्राप्त हुई है।
सूचना के अधिकार के तहत पत्र क्रमांक 2373 दिनांक 14 जून 2018 के माध्यम से अवगत कराया गया है की वर्तमान समय में नगर पालिका परिषद वारासिवनी में 163 श्रमिक दैनिक वेतनभोगी के रूप में कार्यरत है। इनमें से कुछ श्रमिक 2007 से लेकर वर्तमान वर्ष तक भर्ती किये गये है श्रमिकों की सूची का अध्ययन एवं सर्वे करने पर चैकाने वाली जानकारी प्राप्त हुई है सूची में दर्ज 50 प्रतिशत ऐसे नाम है जो पूर्व पार्षद, वर्तमान पार्षद कांग्रेस तथा भाजपा कार्यकर्ताओं तथा ठेकेदारों के रिश्तेदार तथा नगर पालिका से सेवा निवृत्त हुये कर्मचारियों के रिश्तेदार है जो काम पर ही नही पहुंचते उनकी फर्जी हाजरी दर्ज की जा रही है।
कुछ नाम तो सूची में ऐसे भी दर्ज है जिनका पता वारासिवनी में दर्शाया गया है लेकिन वे बालाघाट जिले के बाहर निवास कर रहे है इस प्रकार 50 फिसदी श्रमिक ऐसे है जिनके नाम सूचीबद्ध है लेकिन वे कार्य पर पहंुचते नही लेकिन उनके नाम पर वर्षों से दैनिक वेतन का भुगतान जारी किया जा रहा है। पार्षद संदीप मिश्रा का भाई प्रभात मिश्रा पिता रमेश मिश्रा तथा पार्षद विवेक ऐडे का भाई अग्निवेश ऐडे पिता उम्मेद ऐडे का भी नाम भी सूची में शामिल है।
अग्निेवश विकलांग है फिर भी उसका नाम दैनिक वेतन भोगी की सूची में दर्ज है सन 2014 से श्रमिक के रूप में कार्यरत होना दर्शाया गया है। श्रमिक विजय पांचे पिता तेजराम पांचे जो 2008 से कार्यरत होना बताया गया है यह रसोईया का कार्य अन्यत्र करता है लेकिन उसके नाम की मजदूरी का भुगतान नियमित तौर पर किया जा रहा है। इसी प्रकार बालाघाट मार्ग पर स्थित फिल्टर प्लांट पर 28 श्रमिकों को कार्यरत होना बताया जा रहा लेकिन वहां मात्र 4 मजदूर ही कार्यरत है बाकि के नाम पर फर्जीवाडा किया जा रहा है।
इस तरह नगर पालिका परिषद में दैनिक वेतन भोगी के नाम पर शहर के नेताओं पूर्व,पार्षदों तथा वर्तमान पार्षदों के नाते रिश्तेदारों और नगर पालिका परिषद के सेवा निवृत्त कर्मचारियों के पूत्र पूत्रियों के नाम सूची में दर्ज है और इनके नाम पर फर्जीवाडा कर भुगतान की राशि हडपी जा रही है। प्रशासन द्वारा उपलब्ध सूची के आधार पर दैनिक वेतनभोगी श्रमिकों का नाम उनकी तेनाती तथा भुगतान पंजी मे किये गये फर्जी हस्ताक्षरों के आधार पर सत्यापन कराया जाता है तो फर्जीवाडा खुदबखुद उजागर हो जायेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पालिका परिषद में विगत 3 माह से दैनिक वेतनभोगियों को उनकी मजदूरी का भुगतान नही किया गया है इन्हीं विसंगतियों के चलते रोहित पंचोरी पिता शिवचरण पंचोरी वार्ड नं.12 वारासिवनी जो सन 2010 से कार्यरत था वेतन ना मिलने के कारण आर्थिक एवं मानसिक परेशानी के चलते नगर पालिका से घर लौटते समय मार्ग में ही गिर गया था उसे इलाज के लिये बालाघाट ले जा रहे थे जहां पर रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
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