मोहन ने बताया कि जब वह रितू को समझाने की कोशिश करता था तो उल्टा रितु अपने पहले पति के हाथों उसे मरवाने की धमकी देती थी। इसी वजह से उसने रितु का कत्ल कर दिया। दूसरी ओर, मृतका के भाई राम सिंह का कहना है कि पहले पति से अलग होने के बाद रितु मोहन के संपर्क में आई थी। इसी दौरान बाइक लूट के आरोप में मोहन को जेल हो गई।
मोहन ने जमानत के लिए रितु से 50 हजार रुपये की मदद मांगी और जेल से बाहर आने के बाद दोनों ने अपनी मर्जी से विवाह कर लिया। इसके बाद रितु ने कई बार मोहन से रुपए मांगे लेकिन मोहन टालता रहा। यही रुपए रितु की हत्या की वजह बने। इधर, पुलिस कस्टडी में भी मोहन को रितु का कत्ल करने पर किसी तरह का पछतावा नहीं था। मोहन बार-बार कहता रहा कि गलत आचरण होने पर उसने रितु की हत्या की है।
वारदात के बाद फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस इस बात का भी अंदेशा जता रही है कि मोहन ने कहीं हत्या से पहले रितु को कोई नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश तो नहीं किया और फिर गला दबाकर उसे मारा होगा। फोरेंसिक टीम ने मृतका की ओर से बनाए गए खाने का सैंपल भी जांच के लिए लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के कारणों की पुष्टि न होने पर बिसरा सुरक्षित रखा जाएगा।
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