पदाधिकारियों का इस्तीफा देने का सिलसिला जारी
नरसिंहपुर से सलामत खान की रिपोर्ट..
(टाइम्स ऑफ क्राइम) प्रतिनिधि से संपर्क:- 9424719876
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नरसिंहपुर । विधानसभा चुनाव को लेकर अब राजनीति जोर पकडऩे लगी है। बीते दिवस प्रदेश भाजपा में 150 नामों पर सहमति बनने की खबर और उन नामों के सामने आने के बाद अचानक भाजपा खेमे में माहौल गरमा गया है। जिले की नरसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र के लिये पूर्व विधायक जालम सिंह पटेल का नाम संभावित सूची में आने से जहां श्री पटेल के समर्थकों में जोश व उत्साह हिचकोरे मारने लगा है वही भाजपा प्रत्याशी बनाये जानेे कि आशा में रहे भाजपा नेताओं तथा उनके समर्थकों के चेहरों पर हवाईयां उडऩे लगी है और स्थानीय प्रत्याशी न होने का बहाना लेकर स्तीफा सौंप रहे हैं। ज्ञात हो कि वर्ष 2008 केे विधानसभा चुनाव में जब जालम सिंह पटेल ने भाजपा को छोड़कर जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था तब उन्हौने लगभग 28 हजार वोट हासिल किये थे जो उनके व्यक्तिगत मत थे। अब यह चुनाव कांग्रेस भाजपा के लिये आमने-सामने का चुनाव होगा। जिसका यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि श्री पटेल को भाजपा ने अपना प्रत्याशी चुनकर कोई जोखिम नहीं उठाया। एक ओर जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने श्री पटेल को लेकर उत्साह का माहौल बना दिया है वही कांग्रेस भी सख्ते में आ गई है। नरसिंहपुर विधानसभा में कांग्र्रेस ने अभी अपने पत्ते नही खोले है कि श्री पटेल की उम्मीदवारी से अब कांग्रेस भी कोई जोखिम नहीं उठाना चाहेगी और वह भी सशक्त उम्मीदवार को अपना प्रत्याशी बनायेगी। कुल मिलाकर नरसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाला चुनाव सबसे दिलचस्प होगा और घमासान भी।
इस संबंध में जब जिला भाजपा अध्यक्ष कैलाश सोनी से जानकारी प्राप्त की गई तब उन्होंने ने बताया कि कुछ लोगों द्वारा आपत्ति जताई गई है। जिसमें जनप्रतिनिधि व पार्टी के पदाधिकारी शामिल है। प्रदेश नेतृत्व को इस बारे में अवगत करा दिया गया है।
अफवाहें फैलाने का प्रयास है : जालम सिंह
इस संबंध में पूर्व विधायक जालम सिंह पटेल से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि कुछ लोगों द्वारा अफवाहें फैलाकर वातावरण दूषित करने का प्रयास किया जा रहा है। आपत्ति दर्ज कराने में जिन व्यक्तियों का नाम लिया जा रहा है उनमें से अधिकांश से मेरी स्वयं बात हुई है। ऐसी कोई बातें मात्र अफवाह है।
लोगों की राय, पार्टी की राजनीतिक चाल: भाजपा पदाधिकारियों द्वारा दिए जा रहे इस्तीफे को लेकर आम आदमियों से चर्चा की गई तो अधिकांश ने प्रदेश की तिकड़ी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश भाजपाध्यक्ष नरेन्द्रसिंह तोमर एवं प्रदेश संगठन मंत्री पर शंका जाहिर की है। उनका कहना है कि संभावित नाम देकर पूर्व सासंद प्रहलाद पटेल और उनके छोटे भाई पूर्व विधायक जालम सिंह पटेल को खुश करने के लिए यह राजनीतिक खेल खेला जा रहा है, स्थानीय पदाधिकारियों द्वारा इस्तीफा देना ऊपर से ही चली गई चाल का एक हिस्सा है ताकि बाद में यह कह सके कि पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाब के कारण नाम परिवर्तन करना पड़ा वरना टिकिट तो आपको ही दी जा रही थी। इससे पार्टी को नुकसान भी नहीं होगा। और फिर आप भी, प्रत्याशी भी, समर्थक भी सभी खुश ।च
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