TOC NEWS // 14 Aug. 2017
बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में जिस लिक्विड ऑक्सीजन की कमी से 60 से अधिक लोगों की जानें गई, वह लिक्विड ऑक्सीजन शनिवार देर रात 2 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंच गई। इन्सेफ्लाइटिस वार्ड के प्रभारी डॉ कफील खान ने यह जानकारी दी। उन्होंने इसके लिए सरकार को धन्यवाद भी दिया।
गौरतलब है कि मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से आॅक्सीजन की कमी के चलते बच्चों और व्यस्क समेत करीब 60 से ज्यादा लोगों की जान गई है। हालांकि सरकार ने यह दावा किया है कि यह हादसा आॅक्सीजन की कमी की वजह से नहीं हुआ है। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज गोरखपुर में तीन दिन में 60 लोगों की मौत के बाद आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वहां पहुंचे। उनके साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी थे।
मेडिकल कालेज के वार्ड का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने वहां पर मीडिया को नसीहत दे डाली। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस मामले में फेक रिपोर्टिंग नही, वास्तविक रिपोर्टिंग हो। आप सब एक बार वार्ड में जाकर जरूर देखिए, वहां की वास्तविक स्थिति जानिए। आप लोगों को वार्ड में जाकर रिपोर्टिंग करनी चाहिए बाहर से नहीं। उन्होंने कहा कि मैं यह कहना चाहता हूँ कि मीडिया को सही तथ्यों को पता लगाकर ही रिपोर्टिंग करनी चाहिए।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा, मैं चाहता हूं कि आप इलाके के सरकारी अस्पतालों में जाएं और देखें कि इन्सफेलाइटिस से लड़ने के लिए क्या कर रही है। इस बार क्या इंतजाम किए गए हैं। बच्चों के लिए मैं सड़क से संसद तक लड़ा हूं। मैं आप से (मीडिया) अनुरोध करता हूँ कि आप सभी वार्डों में जाइए। हम चाहते हैं हड़बड़ी न हो, पत्रकार भाई बिना धक्का-मुक्की के वास्तविक रिपोर्टिंग करें। आप लोग वार्ड में जाकर देखे तब खबर चलाएं, जनता को भी पता चलना चाहिए कि BRD में इलाज हो रहा है या नरसंहार हो रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मैं तो गोरखपुर में 1996 से मैं इंसेफेलाइटिस की लड़ाई लड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि यहां की घटना से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहद दुखी हैं। उन्होंने हमको हर संभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने ने ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा तथा राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल को यहां भेजा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच बहुत आवश्यक है। इस घटना से वह बहुत दुखी हैं।
गोरखपुर के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि बच्चों की मौत मामले की जांच कराई जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि केंद्र सरकार हमारी हर संभव मदद कर रही है। गोरखपुर से जुड़े लोग जानते हैं कि हम इन्सेफेलाइटिस के खिलाफ हमारी लड़ाई शुरू से लड़ते रहे हैं।हमने प्रदेश के 90 लाख बच्चों को वैक्सीन देकर इनसेफ्लाइटिस के खिलाफ लड़ने की ओर बढ़ा था।
सीएम ने कहा, मैं चौथी बार बीआरडी अस्पताल पहुंचा हूं। मुझसे ज्यादा कोई इस समस्या को नहीं समझ सकता है। चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद हम समीक्षा करेंगे। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति प्रकरण की जांच करेगी और किसी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
मेडिकल कालेज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इंसेफ्लाइटिस वार्ड के एल केबिन में गये। यहां मरीजों का हाल जाना और पूछा कि दवाएं मिल रही है या नही। डॉक्टर आपके साथ कैसा व्यवहार करते हैं। वह बालरोग वार्ड में भर्ती मरीजों के परिजनों से बात कर रहे है। ऑक्सीजन के बारे में भी जानकारी ले रहे हैं। उनका दौरा तब हुआ जब गोरखपुर मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन ठप होने से मासूमो की मौत हो गई।
सीएम योगी आदित्यनाथ के मेडिकल कालेज पहुंचते ही धक्का-मुक्की शुरू हो गई। धक्का-मुक्की में इमरजेंसी वार्ड का शीशा टूट गया। इस बीच योगी 100 नम्बर वार्ड में 32 मिनट रहे और उसके बाद एपिडेमिक वार्ड में गये। उन्होंने मरीजों से ऑक्सीजन के बारे में भी पूछा।
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