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वाशिंगटनः अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि उन्होंने सऊदी अरब से तेल उत्पादन बढ़ाने का आग्रह किया था और वो इसके लिए राज़ी हो गया है।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि सऊदी अरब क़रीब 20 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाएगा ताकि वेनेज़ुएला और ईरान की कमी की भारपाई हो सके।अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा है, ''अभी मैंने सऊदी किंग सलमान से बात की. ईरान और वेनेज़ुएला के कारण उनसे क़रीब 20 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने को कहा ताकि इस कमी को पूरा किया जा सके। कीमत भी बहुत ज्यादा हो गई है। वो तेल उत्पादन बढ़ाने पर राजी हो गए हैं।''
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि सऊदी अरब क़रीब 20 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाएगा ताकि वेनेज़ुएला और ईरान की कमी की भारपाई हो सके।अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने ट्वीट में कहा है, ''अभी मैंने सऊदी किंग सलमान से बात की. ईरान और वेनेज़ुएला के कारण उनसे क़रीब 20 लाख बैरल तेल उत्पादन बढ़ाने को कहा ताकि इस कमी को पूरा किया जा सके। कीमत भी बहुत ज्यादा हो गई है। वो तेल उत्पादन बढ़ाने पर राजी हो गए हैं।''
ट्रंप प्रशासन दुनिया भर के देशों पर ईरान से तेल आयात में नवंबर महीने से कटौती करने का दबाव बना रहा है। ट्रंप ने ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते को रद्द कर दिया था और तब से ही ईरान पर अमरीका और कड़े प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा है।
गौरतलब है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। चीन ईरान से हर दिन औसत 655,000 बैरल तेल ख़रीदता है। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि अगर ईरान के तेल पर पाबंदी लगा दी गई तो तमाम ओपेक देश बाज़ार की ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाएंगे। ईरान से तेल आयात रोकने का दबाव भारत पर भी है। भारत दौरे पर आईं संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की स्थायी प्रतिनिधि निकी हेली ने कहा है कि भारत को ईरान से तेल आयात पर दोबारा सोचना चाहिए।
गौरतलब है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा तेल आयातक देश है। चीन ईरान से हर दिन औसत 655,000 बैरल तेल ख़रीदता है। हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि अगर ईरान के तेल पर पाबंदी लगा दी गई तो तमाम ओपेक देश बाज़ार की ज़रूरतें पूरी नहीं कर पाएंगे। ईरान से तेल आयात रोकने का दबाव भारत पर भी है। भारत दौरे पर आईं संयुक्त राष्ट्र में अमरीका की स्थायी प्रतिनिधि निकी हेली ने कहा है कि भारत को ईरान से तेल आयात पर दोबारा सोचना चाहिए।
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