राजकुमार उर्फ बबलू की हत्या |
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जबलपुर - पाटन के ग्राम पड़रिया-बेलखाड़ू रोड पर कार सवार राजकुमार उर्फ बबलू की हत्या उसके दोनों दोस्तों ने की, इसके बाद पुलिस को फोन पर सूचना दी कि एक कार का एक्सीडेंट हो गया है. पुलिस ने मामले में दोनों आरोपी मोनू व उमाशंकर चड़ार को हिरासत में ले लिया है, जिन्होने बबलू की हत्या सिर्फ इस बात पर कर दी कि उसने उधार दिया गया रुपया वापस मांग लिया था.
इस आशय की जानकारी एसपी अमित सिंह ने आज मंगलवार को कंट्रोल रुम में आयोजित पत्रवार्ता में दी है. एसपी श्री सिंह ने बताया कि बेनीखेड़ा भेड़ाघाट निवासी बबलू उर्फ राजकुमार चड़ार अपने दोस्त उमाशंकर व मोनू चड़ार के साथ 15 जुलाई की शाम 7 बजे के लगभग कार से निकले. रास्ते में तीनों के बीच बातचीत हो रही थी, इस दौरान बबलू ने उमाशंकर से उधार दिए गए रुपयों की मांग की.
इस बात को लेकर उपजे विवाद पर बबलू ने उमाशंकर के साथ गाली गलौज शुरु कर दी, विवाद इतना बढ़ा कि उमाशंकर द्वारा इशार किए जाने पर मोनू से बबलू को पकड़ लिया और उमाशंकर ने चाकू निकालकर बबलू की गर्दन पर दनादन वार कर हत्या कर दी. हमला होते ही कार अनियंत्रित होकर सड़क से लगे खेत में रखे लोहे के पाईप से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गई.
हत्या के बाद दोनों आरोपी भाग निकले, पुलिस को जानकारी मिली कि ग्राम पड़रिया-बेलखाड़ू के बीच सड़क दुर्घटना हो गई है, जिसमें एक युवक की मौत हो गई है. पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जहां से पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि बबलू का एक्सीडेंट नहीं बल्कि हत्या की गई है.
मासूम बेटी ने किया खुलासा-
पुलिस को पूछताछ के दौरान बबलू उर्फ राजकुमार की 8 वर्षीय बेटी ने बताया कि पिता घटना की शाम 7 बजे के लगभग कार में अपने दोस्त उमाशंकर व मोनू चड़ार के साथ घूमने के लिए निकले थे. जिसपर पुलिस ने उमाशंकर व मोनू को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया.
इनकी रही सराहनीय भूमिका-
हत्या की वारदात का खुलासा करने में पाटन टीआई आरडी द्विवेदी, एसआई कोमल बागरी, एएसआई केजी पांडेय, पीएसआई उमंग अग्रवाल, आरती मंडलोई, ललित प्रताप, प्रधान आरक्षक सूर्यपाल, आरक्षक अभिमन्यु, रंजीत, रामनरेश, राघवेन्द्र व राहुल चौरसिया की अह्म भूमिका रही.
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