शिवसेना और बीजेपी के बीच की दूरियां बढ़ती ही जा रही हैं. दोनों पार्टियों के बीच पिछले कुछ महीनों से तल्खी चल ही रही थी, लेकिन रही सही कसर अविश्वास प्रस्ताव के दौरान शिवसेना के बर्ताव ने पूरी कर दी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शिवसेना से बीजेपी आलाकमान बेहद नाराज है और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अकेले चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं.
शिवसेना ने पहले तो प्रस्ताव के विरोध में वोट करने के लिए व्हिप जारी किया था, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया था. यही नहीं शिवसेना की तरफ से राहुल गांधी के भाषण की तारीफ भी की गई थी, जिससे बीजेपी आलाकमान बेहद नाराज किया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र में कार्यकर्ताओं को 2019 के चुनाव की तैयारी बिना शिवसेना के करने का निर्देश दिया है. उन्होंने 48 लोकसभा सीटों और 288 विधानसभा सीटों पर अकेले लड़ने के लिए संगठन को मजबूत करने का आदेश दिया है.
फिलहाल शिवसेना महाराष्ट्र और केंद्र में बीजेपी के साथ है. इसके अलावा बीएमसी में शिवसेना को बीजेपी ने समर्थन दिया है, लेकिन इसके शिवसेना कई मौकों पर बीजेपी और पीएम मोदी की आलोचना करती रही है.
दोनों के बीच की तल्खियों को कम करने के लिए पिछले महीने अमित शाह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने उनके घर भी गए थे, लेकिन उस मुलाकात के बाद भी दोनों के रिश्ते नहीं सुधरे.
उद्धव ठाकरे ने बंद कमरे में मीटिंग के दौरान अमित शाह से क्या कहा?
No comments:
Post a Comment