सहज संवाद / डा. रवीन्द्र अरजरिया
देश-दुनिया में कीर्तिमान स्थापित करने वालों का जुनून देखते ही बनता है। वे नये-नये क्षेत्रों की खोज करते हैं। उन क्षेत्रों के गहन अध्ययन से जुडे वर्तमान मानकों के सूक्ष्म विश्लेषण करते हैं। सभी पक्षों को रेखांकित करने के बाद नये स्वरूप की रूपरेखा तैयार करके उसको व्यवहारिक स्वरूप प्रदान करने वाले चरणों को पार किया जाता है।
इतना तो हमें मालूम था परन्तु उसकी आन्तरिक समीक्षा जानने की जिग्यासा मन में लम्बे समय से पनप रही थी जिसे शांत करने का मौका मिला एक अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन में। मंच साक्षा करने के दौरान पता चला कि हमारे ठीक बगल में आसीत व्यक्ति ने गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में अनेक प्रविष्टियां अपने नाम दर्ज करायी है और इसी दिशा में निरंतर सक्रिय भी हैं। उन्हें गिनीज ऋषि के नाम विशिष्ट पहचान मिली है। उदघाटन सत्र के मंचीय कार्यक्रम के बाद स्वल्पाहार की एक मेज पर हम आमने सामने थे। हमने उन्हें अपनी जिग्यासा से अवगत कराया। गिनीज ऋषि ने मुस्कुराते हुए कहा लीक से हटकर कुछ करने वालों की है समाज में पहचान होती है।
भीड में शक्ति बढने का अहसास भले ही होता हो परन्तु व्यक्तिगत छवि पूरी तरह समाप्त हो जाती है। बचपन से ही कुछ नया करने या नये ढंग से करने की इच्छा रही जो समय के साथ बढती ही चली गई। सामान्यतः महात्वपूर्ण राष्ट्रों या फिर विश्व के अलावा अन्य देशों के झंडों की जानकारी आम आवाम को नहीं होती है। हमने इसी दिशा में एक प्रयास किया। सबसे पहले विश्व के सभी आबाद राष्ट्रों, उनके झंडों का संकलन तैयार किया। फिर उसे टैंटू के रूप में अपने शरीर पर बनवाया जिसमें भारत के झंडे को सबसे ऊपर स्थापित किया। इसे भी गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में स्थान मिला। इस तरह के अनेक नये कार्य किये और उपलब्धियों को कीर्तिमान स्थापित करने तक पहुंचाया।
हमने उन्हें बीच में ही टोका और उपलब्धियों के पीछे की पृष्ठभूमि बताने की निवेदन किया। उनकी प्रौढ आंखों में संकुचन हुआ, फिर अचानक चमक उभरी। उन्होंने कहा कि सम्भावनायें बिखरी पडी हैं। उन्हें खोजना पडता है जिसके लिए जौहरी जैसी सजगता, शिकारी जैसी एकाग्रता और साधक जैसा निष्ठा की आवश्यकता होती है। संकल्प शक्ति से असम्भव कार्य भी सम्भव हो जाता है। उन्होंने अपनी बात को प्रमाणित करने के लिए एक उदाहरण का सहारा लिया और कहा कि विश्व की सबसे छोटी कहानी हम सबने सुनी है परन्तु उसके महात्व को हमेशा नजरंदाज किया। एक था राजा, एक थी रानी, दौनों मर गये, खत्म कहानी। इसे प्रस्तुत करके विश्व की सबसे छोटी कहानी संकलन का कीर्तिमान स्थापित किया जा सकता है।
कीर्तिमानों की स्थापना नया करने और नये ढंग से करने की व्यवहारिक प्रस्तुति पर ही होती है। हमने उनका ध्यान विश्व में फैले आतंकवाद पर खींचा तो उन्होंने तत्काल पलट वार कर दिया। संयुक्त राष्ट्र संघ तक पहुंचने के लिए उन्होंने पत्रकारिता से मध्यस्थता करने का आव्हान करते कहा कि आप हमें विश्व के इस सर्वोच्च मंच तक पहुंचा दीजिये, फिर देखिये आतंकवाद कैसे समाप्त होता है। हमने उन्हें आश्चर्यजनक नजरों से घूरा। वे मुस्कुराते हुए बोले कि हम आप के माध्यम से ही वहां तक अपना संदेश पहुंचाये देते हैं। विश्व के सभी देश अपने अधिकार क्षेत्र में एक विशिष्ट पहचान पत्र अनिवार्य रूप से जारी करें।
इसे जारी करने वाली मशीन में हाथ की सभी अंगुलियों को स्कैनर पर रखते हुए उस नागरिक के सिर पर उसका खुला हुआ धर्म-ग्रंथ रखें, साथ ही सच बोलने को परखने वाली मशीन भी नागरिक को लगाई जाये। फिर उस नागरिक से आतंकवादी न होने, आतंकवाद का समर्थन न करने तथा आतंकवाद के खात्मे के लिए प्रयास करने की शपथ दिलाई जाये। इतना होने के बाद ही वह विशिष्ट पहचान पत्र बनाया जाये जो नागरिकता का एकमात्र प्रमाण हो। ऐसे में सब कुछ सामने आ जायेगा। आतंकवादी, आतंकवाद से संबंधित लोग और उनको समाप्त करने वाले संकल्पित लोगों को चिन्हित करने का यही एक मात्र उपाय है।
बातचीत चल ही रही थी कि तभी वेटर ने आकर अतिरिक्त भोज्य पदार्थ लाने का निवेदन करके व्यवधान पैदा कर दिया। हम दौनों आपसी संवाद में इतने तल्लीन हो गये थे कि सामने रखे स्वल्पाहार की तरफ ध्यान ही नहीं गया। आयोजन के अगला सत्र के प्रारम्भ होने में अभी कुछ वक्त बाकी था। सो जल्दी-जल्दी स्वल्पाहार में परोसे गये व्यंजनों में से इच्छित सामग्री ग्रहण की। इस बार इतना ही। अगले हफ्ते एक नये मुद्दे के साथ फिर मुलाकात होगी, तब तक के लिए खुदा हाफिज।
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