एनडीटीवी’ ने अहमदाबाद की उस अदालत के अधिकार क्षेत्र को चुनौती दी है, जहां अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस समूह द्वारा राफेल डील मामले को लेकर उसके खिलाफ 10,000 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दायर किया गया है।
अब इस मामले में अगली सुनवाई 22 नवंबर 2018 को होगी। यह केस ‘एनडीटीवी’ के साप्ताहिक शो 'Truth vs Hype' पर किया गया था, जो 29 सितंबर को प्रसारित हुआ था। इस मामले में पहली सुनवाई 26 अक्टूबर को रखी गई थी।
‘एनडीटीवी’ की ओर से कहा गया है, ‘रिलायंस की भूमिका पर किसी और ने नहीं, बल्कि फ्रांस्वा ओलांद ने सवाल खड़े किए थे, जो सौदे के समय फ्रांस के राष्ट्रपति थे। दसॉल्ट (Dassault) के खंडन सहित कि रिलायंस के चुनाव में उस पर कोई दबाव था, समेत कार्यक्रम में सभी पक्षों को रखा गया।
‘एनडीटीवी’ ग्रुप की सीईओ सुपर्णा सिंह ने 26 अक्टूबर को एक ट्वीट में कहा था, ‘एनडीटीवी’ अहमदाबाद की उस अदालत के अधिकार क्षेत्र को चुनौती देता है, जहां राफेल कवरेज मामले में रिलायंस द्वारा 10 हजार करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दर्ज किया गया है।’
गौरतलब है कि रक्षा सौदे पर एक खबर लिखने पर रिलायंस ग्रुप ने ‘The Citizen’ अखबार की संस्थापक और एडिटर पर सात हजार करोड़ और ‘नेशनल हेराल्ड’ पर पांच हजार करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा भी दर्ज कराया है। रिलायंस ग्रुप का कहना है कि राफेल डील पर अखबार में प्रकाशित एक आर्टिकल ‘निंदात्मक और अपमानजनक’ था।
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