नरसिंहपुर, 28 अक्टूबर 2018. विधानसभा निर्वाचन- 2018 के अंतर्गत भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा और निर्वाचक सहभागिता- स्वीप (Sveep- systematic voters education and electoral participation) के अंतर्गत मतदाता जागरूकता अभियान जिले में चलाया जा रहा है।
कलेक्टर अभय वर्मा के मार्गदर्शन में अभियान के दौरान हरेक वर्ग के मतदाताओं को जागरूक करने के लिए रणनीति बनाकर विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। कलेक्टर ने जिले के सभी मतदाताओं से आगामी चुनाव में अपने मत का प्रयोग अनिवार्य रूप से करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि सभी मतदाता बिना भय व दबाव के अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करें। इस अभियान के नोडल अधिकारी जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपी अहिरवार इस अभियान की सतत मॉनीटरिंग कर रहे हैं। अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि जिले में शतप्रतिशत मतदान हो।
विधानसभा निर्वाचन- 2013 में जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों में 76.63 प्रतिशत महिला एवं 82.28 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं समेत कुल 79.63 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे। विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र गोटेगांव में 74.35 प्रतिशत महिला एवं 81.34 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं समेत कुल 78.03 प्रतिशत मतदाताओं ने, नरसिंहपुर में 76.39 प्रतिशत महिला एवं 79.87 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं समेत कुल 78.23 प्रतिशत मतदाताओं ने, तेंदूखेड़ा में 77.64 प्रतिशत महिला एवं 85.12 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं समेत कुल 81.61 प्रतिशत मतदाताओं ने और गाडरवारा में 78.12 प्रतिशत महिला एवं 82.81 प्रतिशत पुरूष मतदाताओं समेत कुल 80.63 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे।
इस बार लक्ष्य है कि मतदाता सूची में दर्ज सभी मतदाता अपना वोट डालें। अभियान में “निष्पक्ष, निर्भीक होकर नैतिक मतदान” करने की थीम पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है।
सभी मतदान केन्द्र होंगे आदर्श मतदान केन्द्र
मतदाताओं को वोट देने में कोई असुविधा नहीं हो, इसके लिए जिले के सभी मतदान केन्द्र आदर्श मतदान केन्द्र बनाये जा रहे हैं। जिले में 1012 मतदान केन्द्र और 7 लाख 62 हजार 845 मतदाता हैं। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर महिला व पुरूष मतदाताओं के लिए अलग- अलग बैठक, पेयजल व शौचालय आदि की व्यवस्था की जायेगी।
मतदाता को वोट डालने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा
इस बार प्रत्येक मतदान केन्द्र पर ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि मतदाताओं को वोट डालने के लिए लाइन में नहीं लगना पड़े। मतदाताओं के बैठने की समुचित व्यवस्था की जायेगी और उन्हें टोकन दिये जायेंगे। टोकन के आधार पर अपनी बारी आने पर मतदाता सहूलियत से वोट डाल सकेंगे।
दिव्यांग, बुजुर्ग, गर्भवती व धात्री महिला मतदाताओं के लिए रहेंगी विशेष व्यवस्थायें
जिले में कुल 6 हजार 779 दिव्यांग मतदाता, 80 वर्ष से ऊपर की आयु के 13 हजार 318 मतदाता, 17 हजार 995 गर्भवती व धात्री महिला मतदाता हैं। इन मतदाताओं की सहायता के लिए प्रत्येक मतदान केन्द्र पर 4 स्वयं सेवी मौजूद रहेंगे, जिन्हें बूथ- दूत का नाम दिया गया है। प्रत्येक मतदान केन्द्र पर प्राथमिक उपचार के लिए फस्र्ट- एड- बॉक्स और दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर भी उपलब्ध रहेगी।
महिला मतदाताओं को वोट डालने के लिए किया जा रहा है प्रेरित
मतदाता जागरूकता अभियान के अंतर्गत महिला मतदाताओं में आत्मविश्वास बढ़ाने और शतप्रतिशत महिला मतदाताओं से वोट डलवाने के लिए महिलाओं को विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से प्रेरित किया जा रहा है। बूथ चलो अभियान के अंतर्गत महिला मतदाताओं को मतदान केन्द्र का भ्रमण कराया जा रहा है। मतदाता चौपाल लगाकर मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। मतदाताओं को मतदान का महत्व बताया जा रहा है। प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं द्वारा रंगोली, मेंहदी आदि की प्रतियोगितायें आयोजित की जा रही हैं।
युवा मतदाताओं पर फोकस
जिले में 18 से 19 वर्ष आयु वर्ग के 17 हजार 959 मतदाता और 20 से 29 वर्ष आयु वर्ग के एक लाख 81 हजार 703 युवा मतदाता हैं। जिला प्रशासन द्वारा इन युवा मतदाताओं पर विशेष फोकस किया जा रहा है। वोटर सेल्फी प्वाइंट बनाकर खासतौर पर युवा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया जा रहा है। युवा मतदाताओं से नैतिक मतदान करने की अपील की जा रही है।
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