महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में अनेक फर्जी नाम शामिल कर, सरपंच एवं सचिव ने किया करोड़ों का घोटाला, लुटेरे सरपंच एवं सचिव को बर्खास्त करने की मांग: ग्रामवासी
प्रतिनिधि// उदय सिंह पटेल ( सिहोरा //टाइम्स ऑफ क्राइम )
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प्रतिनधि से संपर्क:- 9329848072
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सिहोरा . गाँधीगंज के ग्रामवासियों ने ग्राम पंचायत गाँधीगंज के सरपंच सुग्रीव राय तथा सचिव शंकर चक्रवर्ती के द्वारा बरती जा रही लापरवाही तथा वर्षों से किये जा रहे करोड़ों के घोटाले से तंग होकर सामूहिक शिकायत जबलपुर कलेक्टर एवं एस.डी.ओ को प्रेषित कर उक्त लुटेरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मालुम हो कि इस शिकायत पर सिहोरा-मझौली के एस. डी. ओ. श्रीवास्तव ने गांधीगंज पहुंचकर बस्ती के सैकड़ों लोगों के सामने मनरेगा मस्टर रोल की जांच की जिसमें 32 लोगों के फर्जी नाम शामिल पाये। उल्लेखनीय है कि जांच के बाद भी एस. डी. ओ. सिहोरा ने आरोपीगण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
जानकारी में बताया गया है कि 32 लोग जिनके फर्जी नाम शामिल किये गये हैं। विगत अप्रैल-मई सन् 2010 से उक्त फर्जी नामों की राशि बैंक से निकालकर सरपंच -सचिव खूब मजे लूट रहे है और रोज मुर्गा दारू छान फूंक रहे हैं। चौकाने वाला तथ्य यह है कि 32 हितग्राहियों को यह भी मालुम नहीं है, कि उनके नाम उक्त योजना में शामिल है और उनके नामों से धन राशि निकाली जा रही है। इस मामले में कुछ जानकारों का मानना है कि करोड़ों के इस फर्जीवाड़े में सरपंच सचिव के अलावा किसी अन्य अधिकारी का हाथ होना प्रतीत होता है।
उल्लेखनीय है कि गांधीगंज पंचायत में जितने भी निर्माण कार्य हुये सभी कार्यो में सरपंच व सचिव ने घोटाले ही घोटाले किये, जिसकी जांच होना नितांत आवश्यक है। इस शिकायत पर टाइम्स ऑफ क्राइम की टीम ने गांधीगंज पहुंचकर सरपंच एवं सचिव से संपर्क किया और उक्त घोटाले के संदर्भ में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों से गलती हो गई है, किन्तु पंचायत इंस्पेक्टर श्री सरावगी तथा सी.ई.ओ. श्री जैन सम्हाल लेगें।
मालुम हो कि सरपंच सुग्रीव राय के अनुसार उनकी भा.ज.पा. सरकार भोपाल में बैठी है, इसलिए सरपंच व सचिव स्थानीय प्रशासन का डर नहीे है। बताया जा रहा है कि सचिव का गांधीगंज पंचायत से तबादला बडख़ेरा पंचायत में किया जा रहा है ग्राम वासियों ने लुटेरे सरपंच व सचिव के खिलाफ पुलिस के माध्यम से उक्त घोटालों की जांच कराने की मांग जिला प्रशासन से की है।
जानकारी में बताया गया है कि 32 लोग जिनके फर्जी नाम शामिल किये गये हैं। विगत अप्रैल-मई सन् 2010 से उक्त फर्जी नामों की राशि बैंक से निकालकर सरपंच -सचिव खूब मजे लूट रहे है और रोज मुर्गा दारू छान फूंक रहे हैं। चौकाने वाला तथ्य यह है कि 32 हितग्राहियों को यह भी मालुम नहीं है, कि उनके नाम उक्त योजना में शामिल है और उनके नामों से धन राशि निकाली जा रही है। इस मामले में कुछ जानकारों का मानना है कि करोड़ों के इस फर्जीवाड़े में सरपंच सचिव के अलावा किसी अन्य अधिकारी का हाथ होना प्रतीत होता है।
उल्लेखनीय है कि गांधीगंज पंचायत में जितने भी निर्माण कार्य हुये सभी कार्यो में सरपंच व सचिव ने घोटाले ही घोटाले किये, जिसकी जांच होना नितांत आवश्यक है। इस शिकायत पर टाइम्स ऑफ क्राइम की टीम ने गांधीगंज पहुंचकर सरपंच एवं सचिव से संपर्क किया और उक्त घोटाले के संदर्भ में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि हम लोगों से गलती हो गई है, किन्तु पंचायत इंस्पेक्टर श्री सरावगी तथा सी.ई.ओ. श्री जैन सम्हाल लेगें।
मालुम हो कि सरपंच सुग्रीव राय के अनुसार उनकी भा.ज.पा. सरकार भोपाल में बैठी है, इसलिए सरपंच व सचिव स्थानीय प्रशासन का डर नहीे है। बताया जा रहा है कि सचिव का गांधीगंज पंचायत से तबादला बडख़ेरा पंचायत में किया जा रहा है ग्राम वासियों ने लुटेरे सरपंच व सचिव के खिलाफ पुलिस के माध्यम से उक्त घोटालों की जांच कराने की मांग जिला प्रशासन से की है।
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