toc news internet channel
नयी दिल्ली (ब्यूरो) नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपों में फसे आसाराम पर एक और गंभीर आरोप लगा है बापू इस खुलासे ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है। खुलासा ये है कि आसाराम बापू उस नाबालिग लड़की से मुख मैथुन करवाना चाहते थे।
इंडिया टूडे में प्रकाशित खबर के मुताबिक अगर जोधपुर पुलिस द्वारा दिये जा रहे वक्तव्य को आधार मानें तो इस दौरान आसाराम ने नाबालिग बच्ची के प्रति अपनी पूरी दरिंदगी का परिचय जरूर दिया। अगर पूरी घटना का सिलसिलेवार विश्लेषण किया जाये तो जो तस्वीर सामने आ रही है उसके मुताबिक 15 अगस्त के दिन जोधपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर आसाराम के आश्रम में रात के 10 बजे नाबालिग लड़की को इलाज के नाम पर पहुंचाया गया। उसे पिछले दरवाजे से आसाराम के कमरे में ले जाया गया जहां खुद आसाराम ने उसके कपड़े उतारे, और उसके पूरे शरीर के साथ खिलवाड़ किया।
हालांकि पुलिस का जो दलिल है उसके मुताबिक लड़की के अधोवस्त्र (कमर के नीचे का कपड़ा) नहीं उतारा गया था इसलिये बलात्कार का मामला नहीं बनता है। वहीं लड़की ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि भी कर दी है। लड़की के इकबालिया बयान के हवाले से जोधपुर पुलिस ने जो स्पष्टीकरण दिया है उसके मुताबिक नाबालिग लड़की को आसाराम ने मुख मैथुन करने के लिए कहा था जिसे करने से नाबालिग ने मना कर दिया।
लड़की के साथ काफी वक्त बिताने के बाद आसाराम ने उसे धमकी देते हुए बाहर जाने दिया और कहा कि किसी के सामने कुछ मुंह मत खोलना। लड़की के बयान के मुताबिक वह डर के मारे चिल्ला भी नहीं पा रही थी, और आखिर में उसने आसाराम के सामने हार मान ली। हालांकि इसके बाद भी लड़की आसाराम के साथ सहवास के लिए तैयार नहीं हुई। लड़की के इस बयान के बाद आसाराम की बदनामी भले ही हो मगर कानूनी तौर पर उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है।
नाबालिग लड़की से यौन दुराचार के आरोप में घिरे आसाराम बापू मंगलवार को समन मिलने के बाद खुलकर मीडिया के सामने आए और खुद को बेकसूर बताया। आसाराम बापू ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में लड़की के आरोपों को झूठा करार दिया और कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है। हालांकि उन्होंने इस मामले में अंतरिम जमानत लेने की बात से भी इनकार नहीं किया और कहा कि जेल में उनके खिलाफ साजिश हो सकती है। इस इंटरव्यू के दौरान आसाराम बापू कई सवालों से बचते दिखे और जवाब देने के बजाय जबरन प्रवचन सुनाने लगे। मुश्किल सवालों पर फंसते आसाराम बापू को बचाने के लिए समर्थक भी हो-हल्ला करते रहे।
नयी दिल्ली (ब्यूरो) नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोपों में फसे आसाराम पर एक और गंभीर आरोप लगा है बापू इस खुलासे ने इस मामले को नया मोड़ दे दिया है। खुलासा ये है कि आसाराम बापू उस नाबालिग लड़की से मुख मैथुन करवाना चाहते थे।
इंडिया टूडे में प्रकाशित खबर के मुताबिक अगर जोधपुर पुलिस द्वारा दिये जा रहे वक्तव्य को आधार मानें तो इस दौरान आसाराम ने नाबालिग बच्ची के प्रति अपनी पूरी दरिंदगी का परिचय जरूर दिया। अगर पूरी घटना का सिलसिलेवार विश्लेषण किया जाये तो जो तस्वीर सामने आ रही है उसके मुताबिक 15 अगस्त के दिन जोधपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर आसाराम के आश्रम में रात के 10 बजे नाबालिग लड़की को इलाज के नाम पर पहुंचाया गया। उसे पिछले दरवाजे से आसाराम के कमरे में ले जाया गया जहां खुद आसाराम ने उसके कपड़े उतारे, और उसके पूरे शरीर के साथ खिलवाड़ किया।
हालांकि पुलिस का जो दलिल है उसके मुताबिक लड़की के अधोवस्त्र (कमर के नीचे का कपड़ा) नहीं उतारा गया था इसलिये बलात्कार का मामला नहीं बनता है। वहीं लड़की ने अपने बयान में इस बात की पुष्टि भी कर दी है। लड़की के इकबालिया बयान के हवाले से जोधपुर पुलिस ने जो स्पष्टीकरण दिया है उसके मुताबिक नाबालिग लड़की को आसाराम ने मुख मैथुन करने के लिए कहा था जिसे करने से नाबालिग ने मना कर दिया।
लड़की के साथ काफी वक्त बिताने के बाद आसाराम ने उसे धमकी देते हुए बाहर जाने दिया और कहा कि किसी के सामने कुछ मुंह मत खोलना। लड़की के बयान के मुताबिक वह डर के मारे चिल्ला भी नहीं पा रही थी, और आखिर में उसने आसाराम के सामने हार मान ली। हालांकि इसके बाद भी लड़की आसाराम के साथ सहवास के लिए तैयार नहीं हुई। लड़की के इस बयान के बाद आसाराम की बदनामी भले ही हो मगर कानूनी तौर पर उन्हें बड़ी राहत मिल सकती है।
नाबालिग लड़की से यौन दुराचार के आरोप में घिरे आसाराम बापू मंगलवार को समन मिलने के बाद खुलकर मीडिया के सामने आए और खुद को बेकसूर बताया। आसाराम बापू ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में लड़की के आरोपों को झूठा करार दिया और कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है। हालांकि उन्होंने इस मामले में अंतरिम जमानत लेने की बात से भी इनकार नहीं किया और कहा कि जेल में उनके खिलाफ साजिश हो सकती है। इस इंटरव्यू के दौरान आसाराम बापू कई सवालों से बचते दिखे और जवाब देने के बजाय जबरन प्रवचन सुनाने लगे। मुश्किल सवालों पर फंसते आसाराम बापू को बचाने के लिए समर्थक भी हो-हल्ला करते रहे।