सिर्फ देखकर न रह जायें, अपराध रोकने में भूमिका निभाएँ। अगर आपको कहीं अपराध होता दिखे, तो तुरंत डॉयल करें 2444444 अथवा एस.एम.एस. करें 9200992009 पर। एंड्रायड और आई फोन के माध्यम से घटना का वीडियो बनाकर भी www.bhopalpolice.com पर अपलोड कर सकते हैं। आपकी पहचान गोपनीय रहेगी। यही है सिटिजन कॉप की अवधारणा। गृह मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने शुक्रवार को समन्वय भवन में मोबाइल में सेंडिंग बटन दबाकर सिटीजन कॉप का शुभारंभ किया।
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गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस का आम आदमियों से संवाद बढ़ाने के उद्देश्य से थाना-स्तर पर क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों के साथ मीटिंग करने का निर्णय लिया गया था। उन्होंने कहा कि एक अगस्त से थाने में पदस्थ सभी स्टॉफ को रोटेशन में माह में एक दिन का अवकाश देना शुरू कर दिया गया है। श्री गुप्ता ने कहा कि सिटीजन कॉप व्यवस्था से अपराधों पर त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
श्री गुप्ता ने हाल ही में भोपाल पुलिस द्वारा लागू की गई लास्ट सेल फोन यूनिट द्वारा श्री अनुराग शर्मा के खोजे गये फोन को उन्हें भेंट किया। इस यूनिट द्वारा आज तक 171 शिकायत दर्ज की गईं। उन्होंने सिटीजन कॉप का सिस्टम डेव्हलप करने वाले इंजीनियर और अन्य लोगों को भी प्रतीक-चिन्ह देकर सम्मानित किया।
अपर मुख्य सचिव, गृह श्री आई.एस. दाणी ने कहा कि अभी तक पुलिस डाल-डाल तक तो अपराधी पात-पात तक रहते थे, लेकिन अब इस व्यवस्था के बाद अपराधी डाल-डाल तक पुलिस पात-पात तक रहेगी। पुलिस महानिदेशक श्री नंदन दुबे ने कहा कि सूचनाकर्त्ता की जानकारी गोपनीय रहने से आम आदमी निःसंकोच अपराधों की सूचना देगा। इससे अपराधों को रोकने में मदद मिलेगी। आई.जी. भोपाल श्री उपेन्द्र जैन ने सिटीजन कॉप की प्रणाली की जानकारी दी।
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