Toc news @ satna
सतना. स्कूल के शौचालय निर्माण में बतौर कमीशन 15 हजार रुपए मांगने वाले जन शिक्षा केन्द्र मैहर के बीआरसी को लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। सोमवार की दोपहर सतना रेलवे स्टेशन के बाहर हुई कार्रवाई के बाद घूस की रकम जब्त कर आरोपी बीआरसी के बयान दर्ज किए गए हैं। इसके कुछ ही दिन पहले 21 मई को एपीसी उपेन्द्र पटेल को भी पांच हजार रुपए की रिश्वत के साथ लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा था।
सूत्रों के मुताबिक, आदिवासी बस्ती भदनपुर स्थित शासकीय विद्यालय के प्राचार्य राजेश कुमार जायसवाल ने लोकायुक्त रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी कि शौचालय निर्माण के लिए शासन से स्वीकृत एक लाख रुपए की राशि में जन शिक्षा केन्द्र मैहर के बीआरसी राजेश द्विवेदी कमीशन के तौर पर 15 हजार रुपए मांग रहे हैं। न देने पर निर्माण कार्य में आपत्ति लगाने और घटिया काम बताने की धमकी दी गई है।
पहले लिए पांच हजार
शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त अधिकारियों को बताया, रिश्वत के तौर पर वह दबाव में आकर पहले ही बीआरसी राजेश द्विवेदी को पांच हजार रुपए दे चुका है, लेकिन 10 हजार के लिए जबरन दबाव बनाने पर वह शिकायत के लिए विवश हो गया।
प्राचार्य ही बने साक्षी
लोकायुक्त की यह कार्रवाई निरीक्षक अशोक पाण्डेय के नेतृत्व में की गई है। इनकी टीम में निरीक्षक अरविंद तिवारी, मनोज सोनी, प्रधान आरक्षक अरविंद मिश्रा, आरक्षक सुभाष पाण्डेय, दिनेश सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, विवेक पाण्डेय और अखिलेश शामिल रहे। कार्रवाई के दौरान साक्षी अधिकारी के तौर पर रीवा जिले के निपनिया उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य सुधीर कुमार बांडा और माडो विद्यालय प्रचार्य शंखराज सिंह लोकायुक्त टीम के साथ रहे।
रिश्वत लेने स्टेशन बुलाया
बताया गया, बीआरसी जिला मुख्यालय विभागीय मीटिंग में शामिल होने आए थे। उन्होंने रिश्वत की रकम लेने के लिए
सतना. स्कूल के शौचालय निर्माण में बतौर कमीशन 15 हजार रुपए मांगने वाले जन शिक्षा केन्द्र मैहर के बीआरसी को लोकायुक्त टीम ने 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। सोमवार की दोपहर सतना रेलवे स्टेशन के बाहर हुई कार्रवाई के बाद घूस की रकम जब्त कर आरोपी बीआरसी के बयान दर्ज किए गए हैं। इसके कुछ ही दिन पहले 21 मई को एपीसी उपेन्द्र पटेल को भी पांच हजार रुपए की रिश्वत के साथ लोकायुक्त ने रंगे हाथ पकड़ा था।
सूत्रों के मुताबिक, आदिवासी बस्ती भदनपुर स्थित शासकीय विद्यालय के प्राचार्य राजेश कुमार जायसवाल ने लोकायुक्त रीवा में शिकायत दर्ज कराई थी कि शौचालय निर्माण के लिए शासन से स्वीकृत एक लाख रुपए की राशि में जन शिक्षा केन्द्र मैहर के बीआरसी राजेश द्विवेदी कमीशन के तौर पर 15 हजार रुपए मांग रहे हैं। न देने पर निर्माण कार्य में आपत्ति लगाने और घटिया काम बताने की धमकी दी गई है।
पहले लिए पांच हजार
शिकायतकर्ता ने लोकायुक्त अधिकारियों को बताया, रिश्वत के तौर पर वह दबाव में आकर पहले ही बीआरसी राजेश द्विवेदी को पांच हजार रुपए दे चुका है, लेकिन 10 हजार के लिए जबरन दबाव बनाने पर वह शिकायत के लिए विवश हो गया।
प्राचार्य ही बने साक्षी
लोकायुक्त की यह कार्रवाई निरीक्षक अशोक पाण्डेय के नेतृत्व में की गई है। इनकी टीम में निरीक्षक अरविंद तिवारी, मनोज सोनी, प्रधान आरक्षक अरविंद मिश्रा, आरक्षक सुभाष पाण्डेय, दिनेश सिंह, शैलेन्द्र मिश्रा, विवेक पाण्डेय और अखिलेश शामिल रहे। कार्रवाई के दौरान साक्षी अधिकारी के तौर पर रीवा जिले के निपनिया उत्कृष्ट विद्यालय प्राचार्य सुधीर कुमार बांडा और माडो विद्यालय प्रचार्य शंखराज सिंह लोकायुक्त टीम के साथ रहे।
रिश्वत लेने स्टेशन बुलाया
बताया गया, बीआरसी जिला मुख्यालय विभागीय मीटिंग में शामिल होने आए थे। उन्होंने रिश्वत की रकम लेने के लिए
No comments:
Post a Comment