Toc News @ Balaghat
बालाघाट के एक पत्रकार संदीप कोठारी को माफियाओं ने जला कर मार डाला है. नई दुनिया और पत्रिका जैसे अखबारों में काम कर चुके संदीप की खबरों से माफिया नाराज थे. संदीप बालाघाट के कटंगी कस्बे में कार्यरत थे. बताया जा रहा है कि माफियाओं ने इन्हें किसी बहाने से बुलाया और बहका कर महाराष्ट्र के नागपुर की तरफ ले गए. मध्य प्रदेश की सीमा से बाहर निकलने ही सूनसान इलाका देखकर माफियाओं ने पहले संदीप कोठारी को जिंदा जलाया उसके बाद जमीन में दफना दिया.
इस सनसनीखेज और हृदयविदारक घटना जिसकी मिल रही है वह स्तब्ध है.
मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि बालाघाट के कटंगी में कार्यरत संघर्षशील, दबंग और निर्भीक पत्रकार संदीप कोठारी की हत्या करके नागपुर में जला दिया गया. 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगा है जिनमें से 3 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जिस वाहन में बिठाकर संदीप को ले जाया गया उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. कटंगी थाने की पुलिस पुलिस नागपुर रवाना हो गई है. संदीप कोठारी जब न्यूज़ कवरेज के लिए गए थे तभी उन्हें कटँगी से वाहन में बहला फुसला कर बिठाकर नागपुर ले जाया गया और जिंदा जलाकर जमीन में गाड़ दिया. इस घटना से पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश और रोष व्याप्त है
इस सनसनीखेज और हृदयविदारक घटना जिसकी मिल रही है वह स्तब्ध है.
मध्य प्रदेश के एक वरिष्ठ पत्रकार ने बताया कि बालाघाट के कटंगी में कार्यरत संघर्षशील, दबंग और निर्भीक पत्रकार संदीप कोठारी की हत्या करके नागपुर में जला दिया गया. 4 लोगों पर हत्या का आरोप लगा है जिनमें से 3 को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जिस वाहन में बिठाकर संदीप को ले जाया गया उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है. कटंगी थाने की पुलिस पुलिस नागपुर रवाना हो गई है. संदीप कोठारी जब न्यूज़ कवरेज के लिए गए थे तभी उन्हें कटँगी से वाहन में बहला फुसला कर बिठाकर नागपुर ले जाया गया और जिंदा जलाकर जमीन में गाड़ दिया. इस घटना से पत्रकारों में जबरदस्त आक्रोश और रोष व्याप्त है
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संदीप कोठारी के शव की तलाश नागपुर वर्धा के जंगलों में की जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम बृजेश और विशाल तांडी है. चर्चा ये भी है कि जमीन के एक सौदे में कमीशन की रकम को लेकर विवाद हुआ जिसके बाद हत्या हुई. फिलहाल जितने मुंह उतनी बातें हो रही हैं. लेकिन पत्रकार को जलाकर मार डालने की लगातार बढ़ती घटनाओं से मीडिया जगत हिल गया है.
उल्लेखनीय है कि इससे ठीक पहले अभी उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में पत्रकार जगेंद्र सिंह को मंत्री राममूर्ति वर्मा के इशारे पर कोतवाल और सिपाहियों ने जिंदा जलाकर मार डाला था. जगेंद्र मर्डर केस का हत्यारा मंत्री अब तक न अरेस्ट हुआ और न जेल गया। इसी दौरान यह एक नई घटना सामने आई है। इन घटनाओं के बाद अब पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कानून बनाने की मांग जोर पकड़ने लगी है.
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