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मंत्री श्री भार्गव ने "स्कूल चलें हम'' अभियान के लिये पंचायत प्रतिनिधियों को लिखा पत्र
भोपाल : जून 18, 2015,
पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय तथा सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने 'स्कूल चलें हम'' अभियान को सफल बनाने पंचायत प्रतिनिधियों से व्यापक भागीदारी निभाने का आव्हान किया है।
श्री भार्गव ने कहा है कि ग्रामीण अँचलों के शैक्षिक विकास के लिये शाला जाने योग्य हर बच्चे का स्कूल में दाखिला अवश्य हो। बच्चों के शैक्षिक विकास के साथ-साथ उनकी विभिन्न प्रतिभाओं और क्षमताओं को विकसित करने की दिशा में भी प्रयास हों। श्री भार्गव ने कहा कि समाज के हर सदस्य की यह जिम्मेदारी है कि बच्चों की स्कूलों में नियमित उपस्थिति और पढ़ाई की गुणवत्ता पर ध्यान दें। स्कूलों में बच्चों को नि:शुल्क गणवेश, पाठ्य-पुस्तकें, साइकल और मध्यान्ह भोजन की सुविधा मिले, इस ओर व्यापक ध्यान दिया जाये।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिये संकल्पबद्ध है। इसी मक़सद से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के विकास के लिये अधोसंरचना के काम प्राथमिकता से हो रहे हैं। पंचायतों को पूरे अधिकार दिये गये हैं कि वे अपने-अपने कार्य-क्षेत्र में स्कूलों के लिये अधोसंरचनाओं का विकास सबसे पहले करें।
यदि ग्रामीण समाज शिक्षित होगा, तो प्रगति और समृद्धि के नये अवसरों का लाभ भी ग्रामीणजन को हासिल हो सकेगा। बच्चे भविष्य के नागरिक हैं, उन तक शैक्षिक विकास की योजनाओं का लाभ अवश्य पहुँचे। ग्रामीण क्षेत्र में जो लोग समाज की उन्नति के लिये समर्पित भाव से काम करने के इच्छुक हैं, उन्हें भी 'स्कूल चलें हम'' अभियान से जुड़ने के लिये प्रेरित किया जाये।
मंत्री श्री भार्गव ने "स्कूल चलें हम'' अभियान के लिये पंचायत प्रतिनिधियों को लिखा पत्र
भोपाल : जून 18, 2015,
पंचायत एवं ग्रामीण विकास, सामाजिक न्याय तथा सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने 'स्कूल चलें हम'' अभियान को सफल बनाने पंचायत प्रतिनिधियों से व्यापक भागीदारी निभाने का आव्हान किया है।
श्री भार्गव ने कहा है कि ग्रामीण अँचलों के शैक्षिक विकास के लिये शाला जाने योग्य हर बच्चे का स्कूल में दाखिला अवश्य हो। बच्चों के शैक्षिक विकास के साथ-साथ उनकी विभिन्न प्रतिभाओं और क्षमताओं को विकसित करने की दिशा में भी प्रयास हों। श्री भार्गव ने कहा कि समाज के हर सदस्य की यह जिम्मेदारी है कि बच्चों की स्कूलों में नियमित उपस्थिति और पढ़ाई की गुणवत्ता पर ध्यान दें। स्कूलों में बच्चों को नि:शुल्क गणवेश, पाठ्य-पुस्तकें, साइकल और मध्यान्ह भोजन की सुविधा मिले, इस ओर व्यापक ध्यान दिया जाये।
मंत्री श्री भार्गव ने कहा कि राज्य सरकार ग्रामीण अंचलों के सर्वांगीण विकास के लिये संकल्पबद्ध है। इसी मक़सद से ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के विकास के लिये अधोसंरचना के काम प्राथमिकता से हो रहे हैं। पंचायतों को पूरे अधिकार दिये गये हैं कि वे अपने-अपने कार्य-क्षेत्र में स्कूलों के लिये अधोसंरचनाओं का विकास सबसे पहले करें।
यदि ग्रामीण समाज शिक्षित होगा, तो प्रगति और समृद्धि के नये अवसरों का लाभ भी ग्रामीणजन को हासिल हो सकेगा। बच्चे भविष्य के नागरिक हैं, उन तक शैक्षिक विकास की योजनाओं का लाभ अवश्य पहुँचे। ग्रामीण क्षेत्र में जो लोग समाज की उन्नति के लिये समर्पित भाव से काम करने के इच्छुक हैं, उन्हें भी 'स्कूल चलें हम'' अभियान से जुड़ने के लिये प्रेरित किया जाये।
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