Sunday, June 14, 2015

तो क्या झूठ बोल रही हैं रंजना चौधरी ?

Present by - Toc News
रवि अवस्थी
भोपाल. सेन्ट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्युनल यानी केट की सदस्य व वर्ष 1974 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी श्रीमती रंजना चौधरी क्या झूठ भी बोलती हैं? केट में सदस्य बनने के लिए उनके द्वारा इस संस्थान को दिया गया आवेदन तो यही बताता है।

रंजना ने अपने एकेडमिक कैरियर का हवाला देते हुए इस आवेदन में कहा,कि मप्र के व्यवसायिक परीक्षा मंडल में अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने वहां की कार्यप्रणाली को न केवल मजबूत किया बल्कि परीक्षा की गोपनीयता को कायम रखने सुरक्षा इंतजाम भी कड़े किए। गहन अनुसंधान के बाद मंडल की परीक्षा प्रणाली को अभेद बनाते हुए इसकी तकनीकी गुणवत्ता में सुधार किया। मंडल द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं क ी विश्वसनीयता के बारे में व्याप्त भ्रांतियों,गलत परंपराओं को समाप्त करते हुए इस दिशा में जनजागरूकता भी पैदा की। मंडल की परीक्षाओं के मानकों को कड़ा किया।

यहां की सभी शाखाओं/सेक्शन के लिए उन्होंने एक प्रोटोकाल तय कर इसका कड़ाई से पालन कराया। परीक्षाओं के आयोजन की प्रणाली को साफ-सुथरा व पारदर्शी बनाते हुए इन्हें नॉन एक्सप्लोटेटिव यानी गैर-शोषक बनाया। अपनी उपलब्धि के इस ब्यौरे में उन्होंने दावा किया कि उनकी इस सख्त व पारदर्शी कार्यप्रणाली का नतीजा है कि वर्ष 2012 में ही मंडल द्वारा एक लाख से अधिक पदों के लिए 31 तरह की परीक्षाओं का आयोजन किया। इनमें पहली बार 35 लाख से अधिक अभ्यार्थी शामिल हुए। ऐसा मंडल के इतिहास में पहली बार हुआ। बतौर व्यापमं चेयरमेन उनके सेवाकाल का यह एक ऐसा पड़ाव रहा, जिसे वह अपनी प्रशासनिक उपलब्धि में ‘मील का पत्थर’ मानती हैं।

सवाल यह,कि श्रीमती चौधरी ने मंडल अध्यक्ष रहते हुए यदि उक्त सभी कदम उठाए थे तो फिर व्यापमं का भर्ती घोटाला क्या है? इसमें श्रीमती चौधरी के कार्यकाल में आयोजित परीक्षाओं की गड़बड़ियां बडे पैमाने पर सामने आ चुकी हैं। प्रदेश के मुखिया ही राज्य विधानसभा में यह स्वीकार कर चुके हैं,कि व्यापमं की परीक्षाओं में हजार से अधिक पदों को लेकर गड़बड़ी हुई। तो क्या रंजना चौधरी ने अपनी उपलब्धियों को लेकर केट को गलत जानकारी दी या व्यापमं को लेकर एसटीएफ द्वारा की जा रही जांच गलत है? जाहिर है, सेवानिवृति से पहले लाभ का एक पद और पाने के लिए श्रीमती रंजना चौधरी ने केट को गलत जानकारियां दीं। बतौर अध्यक्ष उनके सेवाकाल के दौरान भी व्यापमं में भी बड़े पैमाने पर धांधली जारी थी।

 उनका आवेदन दर्शाता है,कि केट का सदस्य बनने के लिए उन्होंने इस संस्थान को जो जानकारी वह पूरी तरह सही नहीं थी। तब यह सवाल उठना लाजिमी है,कि व्यापमं घोटाले को लेकर उन्हें 42 लाख रुपए दिए जाने के मामले में उन्होंने जो सफाई दी वह सही है? जिसके आधार पर उक्त घोटाले की जांच कर रही ,एजेंसी साक्ष्यों की कमी बता कर उन्हें इस मामले में सरकारी गवाह बनाने पर आमदा है।

इलाहाबाद विवि से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त श्रीमती चौधरी ने अपने 38 सेवाकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश के 18 विभागों में अपनी सेवाएं दी। अपने कार्यकाल के आरंभिक वर्षों में वह तीन जिले रतलाम, होशंगाबाद व रायसेन की कलेक्टर भी रहीं। इसमें कोई संदेह नहीं कि श्रीमती चौधरी एक सख्त व कुशल प्रशासक रहीं। अपनी कार्यकुशलता के दम पर ही वह अपर मुख्य सचिव पद तक पहुंचीं। वर्ष 2004 से 2010 तक वह खेल एवं युवक कल्याण विभाग की प्रमुख रहीं। किसी विभाग में उनका यह सर्वाधिक लंबा कार्यकाल रहा।

इस दौरान प्रदेश में खेलों की दशा सुधारने के लिए उन्होंने लीक से हटकर प्रयास किए। इसके चलते विभाग को मप्र को पहली बार राष्ट्रीय खेल प्रोत्साहन पुरस्कार-2010 हॉसिल हुआ। इससे पहले वर्ष 2009 में ही इस विभाग को मुख्यमंत्री एक्सलेंसी अवार्ड भी मिला। विभाग में कुल सृजित पदों की संख्या 152 से बढ़ कर 565 हुर्इं। उनके कार्यकाल में ही विभाग का बजट 5 करोड़ से बढ़ कर 60 करोड़ तक जा पहुंचा। यह ‘खेलों’ के प्रति उनके अनुराग का ही नतीजा था,कि इन वर्षों में प्रदेश के खिलाड़ियों ने विभिन्न र्स्पधाओं में 118 गोल्ड ,96 सिल्वर व 89 ब्रांज पदक हॉसिल किए।

 इसके बाद वह कृषि उत्पादन आयुक्त बनीं तो प्रदेश की तत्कालीन कृषि दर में 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ। प्रदेश के करीब 58 लाख किसानों को उनके कार्यकाल में ही केंद्र प्रवर्तित किसान क्रेडिट कार्ड आवंटित किए गए। यहीं नहीं मछुआरों के लिए लागू क्रेडिट कार्ड योजना भी उन्हीं के दिमाग की उपज है। प्रदेश की नई मछुआ नीति,खेल नीति,खाद्य प्रसंस्करण नीति व युवा नीति ने भी उनके कार्यकाल में ही आकार लिया। यह अलग बात है,कि इन नीतियों का अपेक्षित लाभ संबंधितों को नहीं मिल सका।

No comments:

Post a Comment

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news