Toc news @ Bhopal
भोपाल। चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों से जालसाजी करने वाले एमबीबीएस डॉक्टर की ठगी का शिकार एक दर्जन लोग पुलिस के सामने आए हैं। डॉक्टर ने अब तक करीब दो दर्जन लोगों से जालसाजी की है। सीहोर में खोले जा रहे एक मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में मुफ्त इलाज और फायदे में हिस्सा देने के नाम पर ये ठगी की गई थी। पुलिस आरोपी डॉक्टर को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। एएसआई श्याम सिंह तोमर ने बताया कि करोंद निवासी भागीरथ अहिरवार ने शिकायत की थी कि डॉ. हितेश शर्मा और सीहोर निवासी उनके दो पार्टनर शैलेंद्र नागर व सुशील राय ने उनके साथ ठगी की है। पुलिस आरोपी डॉक्टर को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
तीनों ने मिलकर वर्ष 2013 में एमपी नगर में श्याम सुंदर डील फायनेंस नाम से एक कंपनी खोली थी। इस चिटफंड कंपनी का दावा था कि सीहोर में एक मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल खोल रहे हैं। कंपनी में निवेश करने वाले लोगों और उनके परिवार के सदस्यों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा। साथ ही अस्पताल में हुए सालाना फायदे में से हिस्सा भी दिया जाएगा। कंपनी की बातों में आकर लोगों ने अपना पैसा इन्वेस्ट किया था। बाद में पता चला कि कंपनी बंद हो गई और लोगों को उनका पैसा लौटाया नहीं जा रहा। पुलिस के पास अब एक दर्जन लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का अनुमान है कि जालसाज ने करीब दो दर्जन लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
भोपाल। चिटफंड कंपनी खोलकर लोगों से जालसाजी करने वाले एमबीबीएस डॉक्टर की ठगी का शिकार एक दर्जन लोग पुलिस के सामने आए हैं। डॉक्टर ने अब तक करीब दो दर्जन लोगों से जालसाजी की है। सीहोर में खोले जा रहे एक मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में मुफ्त इलाज और फायदे में हिस्सा देने के नाम पर ये ठगी की गई थी। पुलिस आरोपी डॉक्टर को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। एएसआई श्याम सिंह तोमर ने बताया कि करोंद निवासी भागीरथ अहिरवार ने शिकायत की थी कि डॉ. हितेश शर्मा और सीहोर निवासी उनके दो पार्टनर शैलेंद्र नागर व सुशील राय ने उनके साथ ठगी की है। पुलिस आरोपी डॉक्टर को आज कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
तीनों ने मिलकर वर्ष 2013 में एमपी नगर में श्याम सुंदर डील फायनेंस नाम से एक कंपनी खोली थी। इस चिटफंड कंपनी का दावा था कि सीहोर में एक मल्टी सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल खोल रहे हैं। कंपनी में निवेश करने वाले लोगों और उनके परिवार के सदस्यों को मुफ्त इलाज दिया जाएगा। साथ ही अस्पताल में हुए सालाना फायदे में से हिस्सा भी दिया जाएगा। कंपनी की बातों में आकर लोगों ने अपना पैसा इन्वेस्ट किया था। बाद में पता चला कि कंपनी बंद हो गई और लोगों को उनका पैसा लौटाया नहीं जा रहा। पुलिस के पास अब एक दर्जन लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस का अनुमान है कि जालसाज ने करीब दो दर्जन लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
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