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नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कण्डेय काटजू ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। केंद्र पर तंज कसते हुए काटजू ने कहा है कि आज से गौमूत्र पीजिए और गोबर खाइए क्योंकि दवाइयां, दाल और प्याज बेहद महंगी हो गई है। काटजू ने एक और पोस्ट में लिखा है कि बैन गोमांस खाने पर है, गाय के गोबर पर नहीं। इसलिए उम्मीद करता हूं कि अगर मैं गोबर खाऊंगा तो मेरी हत्या नहीं की जाएगी।
काटजू ने एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर का लिंक शेयर करते किया है। यह लिंक ‘हिंदू मानते हैं कि गोमूत्र पीने से कैंसर ठीक होती है’ शेयर कर काटजू ने लिखा, ‘पीते रहो, पीते रहो।’ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ने एक और पोस्ट में इस बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा है, ‘मैं मानता हूं कि गोमूत्र बीमारियों को दूर करता है और गोबर दाल और प्याज का बेहतर सब्सिट्यूट बन सकती है जो महंगे हो गए हैं।’
मार्कण्डेय काटजू का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गोमूत्र और गोबर के वैज्ञानिक फायदों पर एक बुकलेट जारी की है। बुकलेट के मुताबिक, गोमूत्र कैंसर और त्वचा रोक को ठीक कर सकता है। इसके साथ अस्थमा, जॉंडिस और अनीमिया में भी यह कारगर है।
इस बीच, दाल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। सोमवार को इसकी कीमत 200 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई। इसके बाद, केंद्र ने 3 हजार टन मसूर की दाल आयात करने का फैसला किया है। केंद्र ने राज्य सरकारों पर जमाखोरों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है। बाजार में इस वक्त अरहर की दाल 200 रुपए के पार है जबकि एक साल पहले यह 85 रुपए प्रति किलो पर थी। देश में दालों का उत्पादन 2014-15 में 2 मिलियन टन कम हुआ है, ऐसा खराब मानसून और अनिश्निचित बारिश की वजह से हुआ
नई दिल्ली। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मार्कण्डेय काटजू ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला है। केंद्र पर तंज कसते हुए काटजू ने कहा है कि आज से गौमूत्र पीजिए और गोबर खाइए क्योंकि दवाइयां, दाल और प्याज बेहद महंगी हो गई है। काटजू ने एक और पोस्ट में लिखा है कि बैन गोमांस खाने पर है, गाय के गोबर पर नहीं। इसलिए उम्मीद करता हूं कि अगर मैं गोबर खाऊंगा तो मेरी हत्या नहीं की जाएगी।
काटजू ने एक अंग्रेजी वेबसाइट की खबर का लिंक शेयर करते किया है। यह लिंक ‘हिंदू मानते हैं कि गोमूत्र पीने से कैंसर ठीक होती है’ शेयर कर काटजू ने लिखा, ‘पीते रहो, पीते रहो।’ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज ने एक और पोस्ट में इस बात को आगे बढ़ाते हुए लिखा है, ‘मैं मानता हूं कि गोमूत्र बीमारियों को दूर करता है और गोबर दाल और प्याज का बेहतर सब्सिट्यूट बन सकती है जो महंगे हो गए हैं।’
मार्कण्डेय काटजू का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने गोमूत्र और गोबर के वैज्ञानिक फायदों पर एक बुकलेट जारी की है। बुकलेट के मुताबिक, गोमूत्र कैंसर और त्वचा रोक को ठीक कर सकता है। इसके साथ अस्थमा, जॉंडिस और अनीमिया में भी यह कारगर है।
इस बीच, दाल के दाम भी आसमान छू रहे हैं। सोमवार को इसकी कीमत 200 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई। इसके बाद, केंद्र ने 3 हजार टन मसूर की दाल आयात करने का फैसला किया है। केंद्र ने राज्य सरकारों पर जमाखोरों पर सख्त कार्रवाई करने को कहा है। बाजार में इस वक्त अरहर की दाल 200 रुपए के पार है जबकि एक साल पहले यह 85 रुपए प्रति किलो पर थी। देश में दालों का उत्पादन 2014-15 में 2 मिलियन टन कम हुआ है, ऐसा खराब मानसून और अनिश्निचित बारिश की वजह से हुआ
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