नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम का उद्घाटन तो किया, लेकिन वे नाराज दिखे और मंच पर भी आसीन नहीं हुए।
आडवाणी पहले तो सभागार में समारोह शुरू होने से पहले नीचे अपनी सीट पर बैठे थे।
जब दीप प्रज्वलन के लिए उनका नाम पुकारा गया तो वे मंच पर नहीं आए। इसके बाद संगठन महासचिव रामलाल उन्हें मनाते दिखे। इसके बाद आडवाणी मंच पर आए और उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उस समय मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद थे और उन्होंने भी दीप प्रज्वलन में हिस्सा लिया।
जब दीप प्रज्वलन के लिए उनका नाम पुकारा गया तो वे मंच पर नहीं आए। इसके बाद संगठन महासचिव रामलाल उन्हें मनाते दिखे। इसके बाद आडवाणी मंच पर आए और उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उस समय मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद थे और उन्होंने भी दीप प्रज्वलन में हिस्सा लिया।
इसके बाद आडवाणी मंच से नीचे उतर गए और सभागार से बाहर निकलते हुए दिखे जबकि मोदी, शाह अपनी सीटों पर बैठ गए। इसके बाद जेटली, आडवाणी के पीछे -पीछे जाते दिखे। ऐसा प्रतीत हुआ वे आडवाणी को मनाने के लिए गए थे। कुछ देर बाद जेटली वापस मंच पर लौट आए। इसके बाद मंच से यह घोषणा की गई कि आडवाणी अभी विश्राम कर रहे हैं।
कार्यकारिणी की बैठक के बाद प्रेस ब्रीफिंग के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से यह पूछे जाने पर कि आडवाणी सभागार में देर से भी आए और पीछे ही बैठे रहें, क्या वे नाराज थे, उन्होंने (जावड़ेकर) कहा कि ऐसा कुछ नहीं था। जावड़ेकर ने कहा कि क्या आप लोग नहीं चाहते कि कोई 'जनसुविधा' के लिए भी बाहर जाए।
गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन की कार्रवाई लगातार ठप रहने पर भी आडवाणी ने अपनी नाराजगी जताई थी और कहा था कि संसद को सुचारू रूप से चलाना सरकार और लोकसभा अध्यक्ष की जिम्मेदारी है।
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