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वॉशिंगटनः बीते हफ्ते उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल परीक्षण के बाद अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी सनकी किंग को सबक सिखाने के मूड में हैं। इसके लिए अमरीका अपने पश्चिमी तटों पर रक्षा ठिकानों की निगरानी बढ़ाने के साथ ही अपनी तैयारियों की समीक्षा भी शुरू कर दी है। शनिवार को दो कांग्रेस सदस्यों ने जानकारी दी कि अमरीका अगले कुछ समय में पश्चिमी तटों के सैन्य ठिकानों पर नए मिसाइल विरोधी उपकरणों की तैनाती करने जा रहा है ताकि उत्तर कोरिया द्वारा मिसाइल दागे जाने की स्थिति में उसे गिराया जा सके।
पश्चिमी तट के सैन्य अड्डों पर जल्द ही बैल्स्टिक मिसाइलों के हमले के मद्देनजर, टर्मिनल हाइ ऑल्टिट्यूट एरिया डिफैंस यानी THAAD तैनात किया जाएगा। दक्षिण कोरिया ने भी उत्तर कोरिया की ओर से हमले की आशंका को देखते हुए THAAD तैनात किया हुआ है। इस साल उत्तर कोरिया द्वारा बैल्स्टिक मिसाइल प्रोग्राम में आई तेजी और प्योंगयांग की सेना द्वारा अमेरिका पर परमाणु हमले की आशंका के दबाव में आकर अमेरिकी सरकार ने अब मिसाइल हमलों से सुरक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
दक्षिण कोरिया के मुताबिक, बीते बुधवार को उत्तर कोरिया ने एक नए तरह के अंतरमहाद्वीपीय बैल्स्टिक मिसाइल (ICBM) का परीक्षण किया था, जो 13 हजार किलोमीटर तक जा सकता है। इस मिसाइल की जद में वॉशिंगटन है। आर्म्ड सर्विसेज कमेटी के सदस्य और कांग्रेसमैन माइक रॉजर्स ने बताया कि मिसाइल डिफेंस एजेंसी (MDA), पश्चिमी तटों पर मिसाइल सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करेगी। हालांकि, इस व्यवस्था के लिए साल 2018 के रक्षा बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है।
MDA अमरीकी रक्षा विभाग की इकाई है। माइक रॉजर्स ने हालांकि यह नहीं बताया कि एंटी मिसाइल व्यवस्था कहां-कहां की जाएगी। बता दें कि THAAD मिसाइल डिफैंस सिस्टम से छोटी-मध्यम दूरी की मिसाइलों को गिराया जा सकता है और इसे इंस्टॉल करने में सिर्फ कुछ हफ्तों का समय लगता है। दक्षिण कोरिया और गुआम में THAAD पहले से तैनात हैं। इसके अलावा अमरीका के पास 7 अन्य THAAD हैं।
पश्चिमी तट के सैन्य अड्डों पर जल्द ही बैल्स्टिक मिसाइलों के हमले के मद्देनजर, टर्मिनल हाइ ऑल्टिट्यूट एरिया डिफैंस यानी THAAD तैनात किया जाएगा। दक्षिण कोरिया ने भी उत्तर कोरिया की ओर से हमले की आशंका को देखते हुए THAAD तैनात किया हुआ है। इस साल उत्तर कोरिया द्वारा बैल्स्टिक मिसाइल प्रोग्राम में आई तेजी और प्योंगयांग की सेना द्वारा अमेरिका पर परमाणु हमले की आशंका के दबाव में आकर अमेरिकी सरकार ने अब मिसाइल हमलों से सुरक्षा की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
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