गाडरवारा: कल्पतरू पुस्तकालय का शुभारंभ काव्य गोष्ठि के साथ |
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ब्यूरो चीफ गाडरवारा // अरुण श्रीवास्तव : 91316 56179
गाडरवारा। साईंखेड़ा कल्पतरु अभियान के अनवरत 82 में सप्ताह में स्वामी विद्यानंद आइडियल पब्लिक स्कूल के छात्र छात्राओं के जन्मोत्सव पर गाडरवारा साईंखेड़ा प्रमुख मार्ग पर वृक्षारोपण हुआ . इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक के साथ-साथ नगर के अनेकों गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ नीरज श्रीवास्तव के कल्पतरु गीत के साथ विधिवत वृक्षों की वेद मंत्रों द्वारा पूजन कर किया गया।
गजलकार अनीश शाह की गजल एवं अरविंद राजपूत कल द्वारा रचित विद्यालय प्रार्थना का पंडित प्रफुल्ल दीक्षित ने सास्वर गायन कर कार्यक्रम में समा बांधा। कार्यक्रम का सफल संचालन सुनील कुशवाहा ने किया। तदुपरांत जन्म दिवस मनाने वाले विद्यार्थियों के कर कमलों से सड़क किनारे पौधारोपण किया गया। एस वी आई पी कल्पतरु अभियान न केवल एक पर्यावरण एक संस्था है अपितु यह साहित्य एवं सामाजिक क्षेत्रों में भी अनेकों गतिविधियां को समाज हित में अंजाम देती है।
कल्पतरु अभियान परिवार के माध्यम से प्रत्येक माह के द्वितीय शनिवार को काव्य गोष्ठी का आयोजन किया जाता है। जिसमें नगर व क्षेत्र के साहित्यकार अपनी साहित्यिक रचनाओं का काव्य पाठ के माध्यम से प्रस्तुतियां देते हैं। नगर में साहित्यिक गतिविधियां स्थाई रूप से आगे बढ़ती रहें इस हेतु कल्पतरु साहित्य-सृजन समिति का भी गठन किया गया है। इसी तारतम्य में कल्पतरु पुस्तकालय का भी शुभारंभ किया गया।
जिसमें गाडरवारा के वरिष्ठ साहित्यकार कौशलेंद्र श्रीवास्तव द्वारा पुस्तकालय हेतु 100 पुस्तकें स्वामी विद्यानंद आइडियल पब्लिक स्कूल के पुस्तकालय को उपहार स्वरुप भेंट की गई। इन पुस्तकों में नरसिंहपुर जिले की साहित्यकारों की कृतियों के अतिरिक्त उत्कृष्ट कृतियां उत्कृष्ट पुस्तकें भी पुस्तकालय के लिए समर्पित की गई तदुपरांत काव्य गोष्ठी का आयोजन नगर के पूर्व और वरिष्ठ शिक्षक बद्रीप्रसाद रूसिया के जन्मोत्सव एवं दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ किया गया
सरस्वती वंदना पंडित प्रफुल्ल दीक्षित एवं श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव ने प्रस्तुत कर का पुष्टि का शुभारंभ किया। कौशलेंद्र श्रीवास्तव- पूनम का चांद हास्य व्यंग, पंडित प्रफुल्ल दीक्षित ने व्यंग के माध्यम से गजल गायन किया, शेख़ जफर खान के छंद, 'हम कुत्ते' विजय वेशर्म, सचिन नेमा ग़ज़ल अनीश शाह किसी की आंख के आंसू चुरा लेता तो अच्छा था गजल,
श्रीमती ज्योति श्रीवास्तव 'लिखना जरूरी है' श्रीमती हेमलता शर्मा वर्तमान परिवेश पर व्यंग, भानु प्रताप राजपूत राष्ट्रीय कविता के माध्यम से पड़ोसी मुल्क पर करारा प्रहार किया, योगेंद्र राजपूत मुन्नू सिमरिया आशिकाना गजल का सस्वर वाचन कर सबका मन मोह लिया, श्री महादेव प्रसाद अग्रवाल ने पर्यावरण पर आधारित वृक्षों की हो रही कटाई पर अपना दुख प्रकट करती हुई कविता का वाचन किया, सुरेश श्रीवास ने नारी क्यों रोती है,
जितेंद्र राजपूत ने अपनी गजल के माध्यम से दर्शकों का मन मोह लिया इसी अवसर पर सुनील कुशवाहा ने-बहन मैं पड़ गया था मैं ग़ज़ल का सस्वर वाचन किया।
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