80 लाख के खेल मैदान में 1वर्ष से भी कम समय में पड़ी बड़ी-बड़ी दरारे |
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ब्यूरो चीफ सिराली, जिला हरदा // शेख अफरोज : 76101 80313
निर्माण कार्यो के समय विभाग नही देता ध्यान बाद में घटिया निर्माण की शिकायत मिलने पर नोटिस निकाल कर झाड़ लेते है पड़ला।
सिराली क्षेत्र को टिमरनी सिराली क्षेत्र के युवा विधायक संजय शाह के अथक प्रयासों से युवा खेल मंत्रालय द्वारा 80लाख की लागत से रामपुरा में ग्रामीण खेल मैदान की सौगात मिली थी। लेकिन उसमे लेकिन अभी एक वर्ष भी पूरा नही हुआ है और इसकी दीवारो में में लम्बी-लम्बी बड़ी -बड़ी दरारे आसानी से देखी सकती है जो की इसके जल्द ही धराशाई और क्षतिग्रस्त होने की निशानी है।
खेल प्रेमी युवाओ को मन है भय।
खेल मैदान के चारो और छोटी-बड़ी दरारों के आ जाने के कारण खेल प्रेमी युवाओ के मन में भय है। के कही यह खेल मैदान घटिया निर्माण के कारण धराशाई हो कर खंडहर में तब्दील ना हो जाए क्योंकि समय रहते हुए अगर इसकी देखरेख और मरम्मत नहीं की गई तो जल्द ही है अपनी चारों ओर की दीवारें खो देगा वहीं आजादी के बाद पहली बार इतना लंबा-चौड़ा और बड़ा खेल मैदान सिराली के अंतर्गत आने वाले खेल प्रेमी युवाओं को देखने को मिला था अगर यह नष्ट हो जाता है तो ना जाने फिर कब ऐसा खेल मैदान बन सिराली में बन पाएगा क्योंकि बड़ी मिन्नतें और लगातार मांग करने के बाद बड़ी मुश्किल से ही है खेल मैदान स्वीकृत हो कर बन पाया है वहीं अभी इसमें भी कोई बड़ा खेल का कार्यक्रम भी युवाओं के द्वारा ठीक प्रकार से नहीं हो पाया है।इन्ही सब बातो को लेकर खेल प्रेमी युवा में भय और चिंता का माहौल है
विभाग ने निकाला नोटिस देकर घटिया। निर्माण की खाना पूर्ति करने का हल।
आर.ई.एस विभाग हरदा कुछ समय से मनमानी और घटिया निर्माण को लेकर चर्चा में बना हुआ है। फिर चाहे वह पुलिया रपटे के निर्माण का मामला ही या फिर यात्री प्रतीक्षालय मनमाफिक बनाने की बात इसके जिम्मेदार अपनी मनमर्जी से निर्माण कार्यो को अंजाम दे रहे है। घटिया निर्माण जैसी खबरों के कारण यह विभाग चर्चा में बना ही रहता है। इसकी इस कड़ी में और एक सिराली रामपुरा के खेल मैदान का कारनामा जुड़ने को है क्योंकि ज्ञात रहे इस खेल मैदान की निर्माण एजेंसी आर. ई.एस विभाग हरदा ही थी। इस में वर्तमान में पदस्थ विभाग प्रमुख श्री विजय ठाकुर से जब भी कभी कोई घटिया निर्माण, अनियमितता की शिकायत सुचना दी जाती है तो वह खानापूर्ति करने के लिए नोटिस देने की बात हमेशा करते देखे जा सकते हैं
लेकिन निर्माण कार्य को गुणवत्ता युक्त कराने में उनका ध्यान नहीं जाता है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि जिन मामलों की सूचना जनता या पत्रकारों के माध्यम से विभाग को दी जाती है।उसमें तो यह नोटिस जारी कर खानापूर्ति कर लेते हैं लेकिन जिन निर्माण कार्यों में किसी का आमजनता पत्रकार का ध्यान नहीं जाता है उसका क्या हाल होता होगा इसका अंदाज आप खूब लगा सकते है अगर घटिया निर्माण और निर्माण में अनियमितता किए जाने का हल ठेकेदारो को नोटिस निकाल कर खनापूर्ति करना ही है। तो जब निर्माण कार्य चालू रहता है। तब यह जिम्मेदारी के साथ निर्माण कार्य क्यों नही करा पा रहे इसका अंदाज आप खूब लगा सकते है।
क्या कहते है जिम्मेदार
ठीक है हम ठेकेदार को नोटिस जारी करके काम सही करने के लिए कहते है।
श्री विजय ठाकुर
कार्यापलन यंत्री ग्रा.यां.से.विभाग हरदा।
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