नई दिल्ली ।। .योग गुरु बाबा रामदेव को पहली बार ऐसे हालात का सामना करना पड़ा जब उन्हें सुनने आए लोगों में से कोई इतना गुस्सा हो गया हो कि उन पर जूता उछाल दे। लेकिन, इसके बावजूद रामदेव ने उस शख्स को माफ करने में देर नहीं लगाई। घटना के तुरंत बाद उन्होंने कहा कि ‘ मैंने उसे माफ कर दिया है। ‘
दिल्ली से छपने वाले एक अंग्रेजी दैनिक के मुताबिक सीआरपीएक के एक कर्मचारी मितू सिंह राठौर ने रामदेव के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बाकायदा छुट्टी ली थी। वह ग्वालियर में तैनात है, लेकिन कार्यक्रम में शामिल होने वह नागपुर गया था। लेकिन, उसे तब बहुत निराशा हुई, जब बाबा रामदेव योग के बजाय राजनीति पर ही बोलते रहे। वह योग संबंधी उनकी जानकारियों की चर्चा से प्रभावित होकर इस उम्मीद में वहां पहुंचा था कि उसे योग के बारे में कुछ नई जानकारी मिलेगी जिससे वह फायदा उठा सकेगा। लेकिन, जब रामदेव राजनीति पर ही बोलते रहे तो आखिर गुस्से में आकर उसने अपना जूता उतारा और रामदेव पर फेंक दिया। हालांकि जूता उन्हें लगा नहीं, लेकिन उनके काफी पास से गुजरा। इससे वहां अफरातफरी मच गई। राठौर को पकड़ लिया गया। लेकिन बाबा ने तुरंत कहा कि उन्होंने राठौर को माफ कर दिया है जिसका मतलब था कि मामले को आगे न बढ़ाया जाए।
हालांकि बाद में राठौर को पुलिस कोतवाली ले गई, लेकिन बगैर कोई मामला दर्ज किए उसे छोड़ दिया गया।
नागपुर से प्रकाशित एक हिंदी दैनिक ने राठौर को यह कहते कोट किया, ‘ मैं यहां योग के बारे में सुनने आया था, पर वह एक वाक्य भी योग के बारे में नहीं बोले। बस राजनीतिक मुद्दों के बारे में और देशभक्ति के बारे में बोलते रहे। मुझसे यह बर्दाश्त नहीं हुआ। अगर उनको राजनीति और देशभक्ति के बारे में ही बोलना है तो बड़े शहरों के बदले दंतेवाड़ा और बारामुला जाकर बोलना चाहिए। ‘
गौरतलब है कि दंतेवाड़ा और बारामुला में हाल की घटनाओं में सीआरपीएफ को जान-माल का काफी नुकसान झेलना पड़ा।
नवीन जिंदल पर फेंका जूता
प्रसिद्ध उद्योगपति एवं लोकसभा चुनावों के लिए कुरुक्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी नवीन जिंदल पर शुक्रवार को कार्यकर्ता मीटिंग के दौरान एक सेवानिवृत्त प्रिंसिपल ने जूता फेंक दिया। इस अप्रत्याशित घटना से सभी अवाक रह गए। कार्यकर्ताओं ने उसे दबोच लिया और धुनाई शुरू कर दी। बड़ी मुश्किल से उसे भीड़ से बचाया गया। मेडिकल रिपोर्ट में आरोपी के शराब पिए होने की पुष्टि हुई है। सांसद नवीन जिंदल ने शुक्रवार को सेक्टर-13 स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में थानेसर ब्लाक के पार्टी कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाई थी। इसमें थानेसर से विधायक रमेश गुप्ता व जिला कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान साहब सिंह सैनी सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। अचानक सामने दरी पर बैठा एक व्यक्ति उठा और जोर से चिल्लाते हुए एक पैर से जूता निकालकर सांसद की ओर फेंक दिया। माइक की आवाज के बीच उसकी आवाज स्पष्ट रूप से नहीं सुनी जा सकी। घटना से सांसद सहित सभी व्यक्ति हक्के-बक्के रह गए। घटना से सकपकाए विधायक रमेश गुप्ता ने जूता उठाया और फेंकने वाले की ओर फेंक दिया। इतने में पास बैठे कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोपी को काबू कर लिया और उसे पीटते हुए पंडाल से बाहर ले गए। बड़ी मुश्किल से उसे कार्यकर्ताओं के चंगुल से छुड़ा कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। आरोपी की पहचान पहचान सेवानिवृत्त प्रिंसिपल राजबल सिंह सहारण के रूप में हुई है जो सेक्टर-13 का ही निवासी है। वह मूल रूप से खरक पांडु (कलायत) गांव का रहने वाला है। राजबल ने पत्रकारों से बातचीत में आरोप लगाया कि चौटाला शासन के दौरान नौकरी पर लगाए गए लोगों को कांग्रेस के शासन में निकाल दिया गया। उनका बेटा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में क्लर्क के तौर पर कार्यरत था, लेकिन कांग्रेस सरकार ने उसे हटा दिया। पुलिस अधीक्षक केवी रमणा ने संपर्क करने पर बताया कि जिला युवा कांग्रेस प्रधान (ग्रामीण) अशोक खरकाली की शिकायत पर जूता फेंकने के आरोपी राजबल के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ शराब पीकर हुड़दंग करने, बिना अनुमति प्रवेश करने, अपमान करने और कार्यकर्ताओं को धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। आरोपी को शनिवार को अदालत में पेश किया जाएगा। एसपी ने बताया कि आरोपी का मेडिकल करवा लिया गया है, जिसमें शराब के सेवन की पुष्टि हो गई है। घटना के पीछे विपक्ष का॥ न तो वह पार्टी का सदस्य है और न ही उसे आमंत्रित किया गया था। युवा सांसद ने कहा कि घटना के बाद जूता फेंकने वाला एक विपक्षी नेता का नाम ले रहा था। इस मामले की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घटना के बावजूद उनके मन में आरोपी के प्रति कोई दुर्भावना नहीं है और वे उसे क्षमा करते हैं।
घटना Monday, April 13, 2009
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