ओशो रजनीश के दर्शन पर है जिस्म-2
मुंबई. 9 जनवरी 2012
दूसरे दार्शनिकों के विचार और फिल्मकारों की फिल्मों के दृश्य उठाकर कुछ नया बनाने की कोशिश करने वाले महेश भट्ट का दावा है कि पोर्न स्टार सन्नी लियोन को लेकर उनके द्वारा बनाई जा रही फिल्म जिस्म-2 ओशो रजनीश के विचारों से प्रभावित है. उनका कहना है कि फिल्म में कुछ नग्न दृश्य होने की संभावना के मद्देनजर उन्होंने सन्नी लियोन को इस फिल्म में लिया है.
महेश भट्ट का कहना है कि यह मेरी अपनी जिंदगी की भी गाथा है. आग से खेलने वाला आदमी ही आग के अनोखे स्वाद से परिचित होता है. इस फिल्म का सफर जिस्म से शुरू होकर आध्यात्म तक जाएगा. आप इसकी तुलना रजनीश के संभोग से समाधि तक के दर्शन से कर सकते हैं.
ओशो रजनीश के इस दर्शन में कहा गया है कि जीवन जैसा है, उसे स्वीसकार करो और जीओं उसकी परिपूर्णता में. वही परिपूर्णता रोज-रोज सीढ़ियां ऊपर उठती जाती है. वही स्वींकृति मनुष्यर को ऊपर ले जाती है. और एक दिन उसके दर्शन होते है,जिसका काम में पता भी नहीं चलता था. काम अगर कोयला था तो एक दिन हीरा भी प्रकट होता है प्रेम का.
आचार्य रजनीश ने कहा है कि विचारों का रूक जाना और वह मन का ठहर जाना ही आनंद की वर्षा का कारण होता है. अगर मन को विचारों से मुक्त किया जा सके किसी और विधि से तो भी इतना ही आनंद मिल सकता है. और तब समाधि और योग की सारी व्ययवस्था एं विकसित हुई. जिनमें ध्याकन और सामायिक और मेडिटेशन और प्रेयर इनकी सारी व्यावस्थाईएं विकसित हुई.
महेश भट्ट के अनुसार फिल्म की कुल 40 दिन की शूटिंग अप्रैल- मई में शुरू होगी और यह दिसंबर तक रिलीज होगी.
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