जिला प्रतिनिधि // मंजीत छाबड़ा (नरसिंहपुर //टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 94073 50652
इस चेंकिग के दौरान पुलिस कर्मी युवा यात्रियों के मोबाइल लेकर उन्हे उसे भी चेक करते रहे। सामान्य बोगी में भेड़-बकरियों की तरह भरे यात्रियों के टिकिट व सामान चेक करना तो सुरक्षा की दृष्टि से यात्रियों के लिये सामान्य बात थी किंतु कुछ लोगों को इन पुलिस कर्मियों का यात्रियों के मोबाइल चेंक करना नागवार लग रहा था और लोगों की जिज्ञासा का कारण भी बन गया था। इसी चेकिगं के दौरान एक पुलिस कर्मी ने एक लडके के मोबाइल को लेकर उसमें कुछ देखा और फि र उनके साथ बैठे यात्रियों में से एक महिला यात्री को मोबाइल में डाउनलोड वह फिल्म दिखाई और जोर से चिल्लाकर बोला तुम्हारा यह लडक़ा मोबाइल में इस फिल्म को डाउनलोड किये है।
पुलिसकर्मी द्वारा उस महिला को मोबाइल में डाउलोड ब्लू फिल्म के कुछ दृश्यों को दिखाये जाने पर लोगों को उस पुलिसकर्मी की इस हरकत पर गुस्सा भी आया और कुछ ने इस बात का विरोध भी किया। किंतु पुलिसिया रौब के चलते शांत रहे। इस जनरल बोगी में से उन पुलिस कर्मियों ने 3-4 लोगों के मोबाइल सहित बोगी के एक कोने में गेट के पास लाकर इकठ्ठा किया और उनके मोबाइलों में डाउनलोड ब्लू फिल्मों के कुछ दृश्यों को लेकर कानूनी प्रावधानी का डर दिखाते हुए अपनी असलियत उजागर कर दी। पिपरिया स्टेशन आने के बाद उस बोगी में सवार पुलिस कर्मी दूसरी बोगी में चले गये। दरअसल टे्रनों में यात्रियों की जानमाल की रक्षा में लगे कई पुलिसकर्मी उत्तरप्रदेश व बिहार के लोगों के मोबाइल में ब्लू फिल्मों के दृश्यों को ढूंढकर उन पर अश्लीलता फेलाने व आपत्तिजनक दृश्यों की धाराओं का डर दिखाकर उनसे अवैध वसूली करते है। जबकी इस तरह के मामले में रेल्वे पुलिस के जवानों द्वारा किसी कार्यवाही की जानकारी सामने नहीं आई है। वही कुछ लोगों का यह भी कहना है कि रेल्वे पुलिस काम धंधे की तलाश में यात्रा करने वाले गरीब लोगों को जबरन प्रताडि़त करती रहती है।
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