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- (डॉ. अरूण जैन)
उज्जैन 2 अक्टूबर 2013 । लोकायुक्त टीम ने को एक एएसआई को चिमनगंज थाने में ही रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। एएसआई ने एक सिविल इंजीनियर से दहेज प्रताडऩा का प्रकरण दर्ज करने के नाम पर 2500 रुपए रिश्वत ली थी। घटना के बाद एसपी अनुराग ने एएसआई को निलंबित कर दिया।
आगर रोड स्थित अहमद नगर निवासी उमेरा खानम को पति अब्दुल हारुन दो लाख रुपए व बाइक के लिए प्रताडि़त कर रहा था। उमेरा ने कोर्ट में केस लगाया था। कोर्ट ने चिमनगंज पुलिस को प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए थे। सोमवार को एएसआई हिम्मत सिंह ने उमेरा के भाई इंदिरा नगर निवासी इकरार पिता मोहम्मद अबरार खान बुलाया और प्रकरण दर्ज करने के लिए 5 हजार रुपए मांगे। बाद में 2500 रुपए पर बात पक्की कर मंगलवार को थाने बुलाया। इस पर इकरार ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी और योजनानुसार सुबह करीब 11 बजे रुपए लेकर थाने पहुंच गया। यहां एएसआई सिंह के रुपए लेते ही छुपी टीम ने थाने में घुसकर उन्हें पकड़ लिया। कार्रवाई के बाद टीम ने सिंह को जमानत पर रिहा कर दिया। शाम को एसपी ने बताया कि उन्होंने एएसआई सिंह को सस्पेंड कर दिया है।
सुनवाई के लिए ही गए थे कोर्ट
इकरार ने बताया कि वो सिविल इंजीनियर हैं। सन 2012 में दोनों भाई-बहन की शादी हुई थी। तभी से उमेरा को पति हारुन परेशान कर रहा था। पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने पर उन्होंने जुलाई में जेएमएफसी कोर्ट में केस लगाया था। कोर्ट ने 15 दिन पहले एसपी को धारा 498 व 506 का प्रकरण दर्ज करने के आदेश दिए थे। सोमवार को चिमनगंज थाने आदेश पहुंचते ही एएसआई सिंह ने उसे बुलाकर रुपए मांगे तो उसने रिश्वत की मांग टेप कर लोकायुक्तको दे दी।
लोकायुक्त और अब तक कार्रवाई लोकायुक्तने संभाग में इस वर्ष अब तक 60 प्रकरण दर्ज किए। विभिन्न विभागों के 52 लोगों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा। अधिकारी व कर्मचारी व जनप्रतिनिधि पर 7 पद के दुरुपयोग के मामले। वन विभाग के एक अधिकारी पर अनुपातहीन संपत्ति की कार्रवाई। तीन वर्ष में संभाग में 18 पुलिसकर्मी व अधिकारियों को ट्रेप किया। चिमनगंज थाने में 17 मार्च 2012 को प्रधान आरक्षक लाखनसिंह परिहार ट्रेप हुआ था।
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