Toc news
भोपाल क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय वाहन चोर को पकड़ा है, जो वाहनों के इंजन-चेचिस नंबर बदलकर
आरटीओ में रजिस्ट्रेशन करा लेता था।
बरामद वाहनों की कीमत लगभग एक करोड़ है।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहनों
के एनओसी बनवाने के बाद वह लाखों में
चोरी के वाहन दूसरों को भी बेच चुका
है। उक्त आरोपी को क्राइम ब्रांच ने एक
दर्जन से अधिक वाहनों के साथ दो वर्ष
पहले भी गिरफ्तार किया था। आरोपी से
अभी तक सात लोडिंग गाड़ियां जब्त की
गई हैं। आरोपी की निशानदेही पर आधा
दर्जन अन्य वाहनों के जब्ती के लिए
टीमें रवाना की गई हैं। उक्त खुलासा
डीआईजी रमन सिंह सिकरवार ने किया है।
डीआईजी श्री सिकरवार ने बताया कि
सीहोर जिले के आष्टा निवासी आबिद
खान (पिता) स्व. अजीज खान पेशे से
मैकेनिक की दुकान में कार्य करता है।
आरोपी से बरामद वाहन
मिनी ट्रक (एमपी-09-जीई-5034)
मिनी ट्रक (एमपी-04-जीए-9542)
मिनी ट्रक (एमपी-37-जीए-0810)
मिनी ट्रक (यूपी-96-ए-9902)
मिनी ट्रक (एमपी-37-सी-1837)
मिनी ट्रक (एचआर-38-पी-1655)
ऐसे देता था अंजाम
आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह
यूपी के बड़े चोरों से उक्त वाहन एक से
दो लाख में खरीदता था। चोरी के
वाहनों को आष्टा स्थित अपने वर्कशाप
में ग्राइंडर मशीन से चेचिस और इंजन
नंबर को मिटा देता था। पुलिस ने उसके
पास से डाई भी बरामद की है, जिससे वह
इंजन और चेचिस नंबर वाहनों पर उकेरता
था। बाद में उक्त वाहन लाखों में
दूसरे ड्राइवरों को बेच देता था।
दो वर्ष पहले भी पकड़ाया था
श्री सिकरवार ने बताया कि आरोपी एक
बड़े चोर गिरोह का सदस्य है। इस गिरोह
का खुलास क्राइम ब्रांच ने दो वर्ष
पहले भी किया था। तब 14 चार पहिया
वाहन बरामद किए गए थे।
ऐसे कराता था रजिस्ट्रेशन :
डीआईजी ने
बताया कि आबिद खान अपनी दुकान में
चोरी की गाड़ियों में ड्राई के जरिए
उनके मूल चेचिस और इंजन नंबर को बदल
देता था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन करा
लेता था
डीआईजी रमन सिंह सिकरवार की पहली
प्रेस कान्फ्रेंस में आज यह बड़ा खुलासा हुआ है।
भोपाल क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे अंतर्राज्यीय वाहन चोर को पकड़ा है, जो वाहनों के इंजन-चेचिस नंबर बदलकर
आरटीओ में रजिस्ट्रेशन करा लेता था।
बरामद वाहनों की कीमत लगभग एक करोड़ है।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर वाहनों
के एनओसी बनवाने के बाद वह लाखों में
चोरी के वाहन दूसरों को भी बेच चुका
है। उक्त आरोपी को क्राइम ब्रांच ने एक
दर्जन से अधिक वाहनों के साथ दो वर्ष
पहले भी गिरफ्तार किया था। आरोपी से
अभी तक सात लोडिंग गाड़ियां जब्त की
गई हैं। आरोपी की निशानदेही पर आधा
दर्जन अन्य वाहनों के जब्ती के लिए
टीमें रवाना की गई हैं। उक्त खुलासा
डीआईजी रमन सिंह सिकरवार ने किया है।
डीआईजी श्री सिकरवार ने बताया कि
सीहोर जिले के आष्टा निवासी आबिद
खान (पिता) स्व. अजीज खान पेशे से
मैकेनिक की दुकान में कार्य करता है।
आरोपी से बरामद वाहन
मिनी ट्रक (एमपी-09-जीई-5034)
मिनी ट्रक (एमपी-04-जीए-9542)
मिनी ट्रक (एमपी-37-जीए-0810)
मिनी ट्रक (यूपी-96-ए-9902)
मिनी ट्रक (एमपी-37-सी-1837)
मिनी ट्रक (एचआर-38-पी-1655)
ऐसे देता था अंजाम
आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि वह
यूपी के बड़े चोरों से उक्त वाहन एक से
दो लाख में खरीदता था। चोरी के
वाहनों को आष्टा स्थित अपने वर्कशाप
में ग्राइंडर मशीन से चेचिस और इंजन
नंबर को मिटा देता था। पुलिस ने उसके
पास से डाई भी बरामद की है, जिससे वह
इंजन और चेचिस नंबर वाहनों पर उकेरता
था। बाद में उक्त वाहन लाखों में
दूसरे ड्राइवरों को बेच देता था।
दो वर्ष पहले भी पकड़ाया था
श्री सिकरवार ने बताया कि आरोपी एक
बड़े चोर गिरोह का सदस्य है। इस गिरोह
का खुलास क्राइम ब्रांच ने दो वर्ष
पहले भी किया था। तब 14 चार पहिया
वाहन बरामद किए गए थे।
ऐसे कराता था रजिस्ट्रेशन :
डीआईजी ने
बताया कि आबिद खान अपनी दुकान में
चोरी की गाड़ियों में ड्राई के जरिए
उनके मूल चेचिस और इंजन नंबर को बदल
देता था। इसके बाद रजिस्ट्रेशन करा
लेता था
डीआईजी रमन सिंह सिकरवार की पहली
प्रेस कान्फ्रेंस में आज यह बड़ा खुलासा हुआ है।
No comments:
Post a Comment