Toc News @ Jabalpur
जबलपुर। कलेक्ट्रेट के अल्पसंख्यक विभाग में तबादला और प्रभार को लेकर दो अधिकारियों में छिड़ी जंग इतनी बढ़ चुकी है कि मामला तालाबंदी तक पहुंच गया है। सोमवार को विभाग में दिनभर ताला लटका रहा। प्रभारी अधिकारी प्रभार लेने पहुंचे लेकिन, ताला नहीं खोला जा सका। इसकी जानकारी कलेक्टर को दी गई, लेकिन वे सीएम के कार्यक्रम की वजह से व्यस्त रहे।
इसके बाद कमिश्नर दीपक खांडेकर से भी शिकायत की गई। शाम तक अधिकारियों के कोर्ट की शरण में भी जाने की खबर है। दरअसल, अल्पसंख्यक विभाग की सहायक संचालक जेएस विलसन का डिंडौरी तबादला कर दिया गया और इनके स्थान पर आरएस दीक्षित को प्रभारी बना दिया गया। दीक्षित सोमवार को प्रभार लेने पहुंचे तो विभाग में ताला लगा रहा। उनका कहना है कि विलसन मैडम ने ताला लगवा दिया है, जबकि मैडम का कहना है कि उनका तबादला गलत किया है और प्रभार लेने वाले अधिकारी दीक्षित ने पहले से लगे ताले पर अपना ताला लगवा दिया। हालांकि विभाग के तीनों कमरों में सिंगल ताले ही नजर आए।
तबादला नहीं हो सकता
मुझे मूल विभाग से प्रतिनियुक्ति पर अल्पसंख्यक विभाग भेजा गया था। इसके बाद अब डिंडौरी तबादला कर दिया गया। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग का नियम है कि किसी भी प्रतिनियुक्ति पर तैनात अफसर को उसके मूल विभाग ही भेजा जा सकता है, तबादला नहीं किया जा सकता। रही बात दफ्तर बंद रखे जाने की तो पहले से लगे ताले पर प्रभार लेने वाले आरएस दीक्षित ने अपना ताला लगवा दिया। श्री दीक्षित को प्रभार का आदेश भी गलत है, क्योंकि व लेक्चरर पद के हैं। विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर पद के अधिकारी की ही तैनाती हो सकती है।
जेएस विलसन, प्रभारी, सहायक संचालक
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गोपनीय दस्तावेज लेकर चली गईं मैडम
29 मई को शासन स्तर से तत्काल ज्वाइनिंग के आदेश मिले थे। इस आदेश पर अमल करते हुए प्रभार लेने दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन प्रभार
जबलपुर। कलेक्ट्रेट के अल्पसंख्यक विभाग में तबादला और प्रभार को लेकर दो अधिकारियों में छिड़ी जंग इतनी बढ़ चुकी है कि मामला तालाबंदी तक पहुंच गया है। सोमवार को विभाग में दिनभर ताला लटका रहा। प्रभारी अधिकारी प्रभार लेने पहुंचे लेकिन, ताला नहीं खोला जा सका। इसकी जानकारी कलेक्टर को दी गई, लेकिन वे सीएम के कार्यक्रम की वजह से व्यस्त रहे।
इसके बाद कमिश्नर दीपक खांडेकर से भी शिकायत की गई। शाम तक अधिकारियों के कोर्ट की शरण में भी जाने की खबर है। दरअसल, अल्पसंख्यक विभाग की सहायक संचालक जेएस विलसन का डिंडौरी तबादला कर दिया गया और इनके स्थान पर आरएस दीक्षित को प्रभारी बना दिया गया। दीक्षित सोमवार को प्रभार लेने पहुंचे तो विभाग में ताला लगा रहा। उनका कहना है कि विलसन मैडम ने ताला लगवा दिया है, जबकि मैडम का कहना है कि उनका तबादला गलत किया है और प्रभार लेने वाले अधिकारी दीक्षित ने पहले से लगे ताले पर अपना ताला लगवा दिया। हालांकि विभाग के तीनों कमरों में सिंगल ताले ही नजर आए।
तबादला नहीं हो सकता
मुझे मूल विभाग से प्रतिनियुक्ति पर अल्पसंख्यक विभाग भेजा गया था। इसके बाद अब डिंडौरी तबादला कर दिया गया। जबकि सामान्य प्रशासन विभाग का नियम है कि किसी भी प्रतिनियुक्ति पर तैनात अफसर को उसके मूल विभाग ही भेजा जा सकता है, तबादला नहीं किया जा सकता। रही बात दफ्तर बंद रखे जाने की तो पहले से लगे ताले पर प्रभार लेने वाले आरएस दीक्षित ने अपना ताला लगवा दिया। श्री दीक्षित को प्रभार का आदेश भी गलत है, क्योंकि व लेक्चरर पद के हैं। विभाग में असिस्टेंट डायरेक्टर पद के अधिकारी की ही तैनाती हो सकती है।
जेएस विलसन, प्रभारी, सहायक संचालक
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गोपनीय दस्तावेज लेकर चली गईं मैडम
29 मई को शासन स्तर से तत्काल ज्वाइनिंग के आदेश मिले थे। इस आदेश पर अमल करते हुए प्रभार लेने दफ्तर पहुंचे थे, लेकिन प्रभार
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