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गाजियाबाद. फरमानों को लेकर पंचायतें हमेशा से चर्चा में रही हैं, लेकिन गाजियाबाद में एक प्रेमी जोड़े को प्यार करने की ऐसी सजा मिली है, जिसे सुनकर इंसानियत शर्मसार हो जाए। मामला गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र का है जहां एक पारिवारिक पंचायत में प्रेमी महिला के गैंगरेप की सजा सुनाई। प्रेमिका के साथ गांव के ही दो युवकों ने गैंगरेप किया। इसके बाद पंचायत ने उसे गांव से बाहर निकालने का फरमान सुना दिया गया। रिपोर्ट कोर्ट के आदेश पर इस घटना की दर्ज हुई लेकिन नौ महीने बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उधर, प्रेमी जोड़े को अभी भी जान से मारने की धमकी मिल रही है और शादी के बाद भी दोनों 11 महीनों से गांव के बाहर शहर में छिप कर रह रहे हैं। वहीं, पीड़िता के जेठ ने जब फरमान के खिलाफ गांव जाने की कोशिश की तो उसे भी गोली मार दी गई। इस मामले में भी मुकदमा दर्ज है, लेकिन फिर पुलिस की कोई कार्रवाई ना होने से परिवार परेशान और सकते में है। पीड़िता के पति की माने तो शादी के बाद से ही वो शहर में छिप कर रह रहे हैं, क्योंकि गैंगरेप का मुकदमा लिखवाने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अगस्त 2014 में शादी होने के बाद प्रेमी युगल पर सारे सितम उसके परिवार ने ही ढाए, क्योंकि पीड़िता ने अपने परिवार के कहने पर शादी नहीं करके अपनी मर्जी से प्रेम विवाह कर लिया था। हैरानी इस बात की है कि पीड़ित पक्ष ने जब गैंगरेप और हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज करा दिया है, तब भी पुलिस की ओर से कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए आरोपियों के हौसले पहले से भी बुलंद हो चुके हैं।
उधर, पुलिस के आलाधिकारी घटना की जानकारी सोशल मीडिया से होने की बात कह रहे हैं। शिकायत पर कार्रवाई का भरोसा भी दिया है। गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस को मामले की जानकारी सोशल मीडिया से हुई है, लेकिन जैसे ही कोई सामने आएगा उसकी पूरी मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खबर 08 जून 2015
गाजियाबाद. फरमानों को लेकर पंचायतें हमेशा से चर्चा में रही हैं, लेकिन गाजियाबाद में एक प्रेमी जोड़े को प्यार करने की ऐसी सजा मिली है, जिसे सुनकर इंसानियत शर्मसार हो जाए। मामला गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र का है जहां एक पारिवारिक पंचायत में प्रेमी महिला के गैंगरेप की सजा सुनाई। प्रेमिका के साथ गांव के ही दो युवकों ने गैंगरेप किया। इसके बाद पंचायत ने उसे गांव से बाहर निकालने का फरमान सुना दिया गया। रिपोर्ट कोर्ट के आदेश पर इस घटना की दर्ज हुई लेकिन नौ महीने बीतने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उधर, प्रेमी जोड़े को अभी भी जान से मारने की धमकी मिल रही है और शादी के बाद भी दोनों 11 महीनों से गांव के बाहर शहर में छिप कर रह रहे हैं। वहीं, पीड़िता के जेठ ने जब फरमान के खिलाफ गांव जाने की कोशिश की तो उसे भी गोली मार दी गई। इस मामले में भी मुकदमा दर्ज है, लेकिन फिर पुलिस की कोई कार्रवाई ना होने से परिवार परेशान और सकते में है। पीड़िता के पति की माने तो शादी के बाद से ही वो शहर में छिप कर रह रहे हैं, क्योंकि गैंगरेप का मुकदमा लिखवाने के बाद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
अगस्त 2014 में शादी होने के बाद प्रेमी युगल पर सारे सितम उसके परिवार ने ही ढाए, क्योंकि पीड़िता ने अपने परिवार के कहने पर शादी नहीं करके अपनी मर्जी से प्रेम विवाह कर लिया था। हैरानी इस बात की है कि पीड़ित पक्ष ने जब गैंगरेप और हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज करा दिया है, तब भी पुलिस की ओर से कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, इसलिए आरोपियों के हौसले पहले से भी बुलंद हो चुके हैं।
उधर, पुलिस के आलाधिकारी घटना की जानकारी सोशल मीडिया से होने की बात कह रहे हैं। शिकायत पर कार्रवाई का भरोसा भी दिया है। गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पुलिस को मामले की जानकारी सोशल मीडिया से हुई है, लेकिन जैसे ही कोई सामने आएगा उसकी पूरी मदद की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खबर 08 जून 2015
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