इंस्पेक्टर सुरुचि शिवहरे |
नेता के चक्कर में नहीं, मुझसे डायरेक्ट मिलो, यह है ऑडियो में बातचीत
युवक : मैडम बात हो गई है।
सुरुचि : बात नहीं हुई है, अब मैं आ रही हूं, तुम्हारे घर। या फिर तुम आ जाओ अच्छी तरह से ।
युवक : मैडम लेन-देन की बात भी हो गई है।
सुरुचि : दो हजार रुपए में काम होता है क्या, सब्जी मंडी है क्या ? अभी वकील करोगे तो भी छोटी-मोटी कार्रवाई तो करना पड़ेगी, वर्ना जेल जाओगे। टीआई के पास जाओगे तो जाने कितने रुपए से नपोगे।
युवक : मैडम मेरे घर में शादी है दो दिन रुक जाओ..
सुरुचि : घर में शादी है तो बेइज्जती क्यों करवाते हो। तुम्हारे घर आकर किसी को भी उठा ले जाऊंगी।
( इसके बाद महिला सब इंस्पेक्टर सुरुचि लेन-देन की बात तय करने के लिए अपनी दोस्त और कथित महिला अधिकारी को फोन देती है। इसके बाद कथित महिला अधिकारी युवक से कहती है-
तुम झगड़ा क्यों करते हो। मैं बोलती हूं सुरुचि कि वो तुम्हारे घर फोर्स लेकर दबिश देगी और तुमको उठवाएंगी। तुम्हारे घर शादी-वादी से हमें क्या मतलब। मैं तुम्हारे लिए विजय से बात करती हूं। (विजय थाटीपुर थाने के तत्कालीन टीआई थे)
इसके बाद कथित महिला अधिकारी फिर से फोन सब इंस्पेक्टर सुरुचि शिवहरे को दे देती है।
सुरुचि : अब तुम अब नेता-वेता के चक्कर में मत पड़ो, मुझसे डायरेक्ट मिलो। दस लोगों के पास जाओगे तो दस बात होगीं और बात बढ़ेगी।
युवक : मैं थाने नहीं आऊंगा, मुझसे थाने न आने के लिए कहा है।
सुरुचि : तुम डरो मत मुझपर भरोसा रखो, पैसे दे जाओ मैं सारी कार्रवाई करती रहूंगी। कोई दिक्कत नहीं आएगी मेरी तरफ से, मैं तुमको सपोर्ट कर रही हूं और तुम मुझसे डर रहे हो। कल पक्का आ रहे हो न.., मेरी बात सुनो एक पैसा कम नहीं होगा, पांच हजार से... अभी मुझे सिर्फ दो हजार रुपए ही दिए हैं। पांच हजार रुपए तो लगेंगे। मैं टीआई से केस पर साइन करवाने जाऊंगी तो उनको भी तो कुछ देना पड़ेगा। पक्का तो कल दस बजे तक थाने में आ जाना मैं कोई फोन नहीं करूंगी।
सुरुचि : बात नहीं हुई है, अब मैं आ रही हूं, तुम्हारे घर। या फिर तुम आ जाओ अच्छी तरह से ।
युवक : मैडम लेन-देन की बात भी हो गई है।
सुरुचि : दो हजार रुपए में काम होता है क्या, सब्जी मंडी है क्या ? अभी वकील करोगे तो भी छोटी-मोटी कार्रवाई तो करना पड़ेगी, वर्ना जेल जाओगे। टीआई के पास जाओगे तो जाने कितने रुपए से नपोगे।
युवक : मैडम मेरे घर में शादी है दो दिन रुक जाओ..
सुरुचि : घर में शादी है तो बेइज्जती क्यों करवाते हो। तुम्हारे घर आकर किसी को भी उठा ले जाऊंगी।
( इसके बाद महिला सब इंस्पेक्टर सुरुचि लेन-देन की बात तय करने के लिए अपनी दोस्त और कथित महिला अधिकारी को फोन देती है। इसके बाद कथित महिला अधिकारी युवक से कहती है-
तुम झगड़ा क्यों करते हो। मैं बोलती हूं सुरुचि कि वो तुम्हारे घर फोर्स लेकर दबिश देगी और तुमको उठवाएंगी। तुम्हारे घर शादी-वादी से हमें क्या मतलब। मैं तुम्हारे लिए विजय से बात करती हूं। (विजय थाटीपुर थाने के तत्कालीन टीआई थे)
इसके बाद कथित महिला अधिकारी फिर से फोन सब इंस्पेक्टर सुरुचि शिवहरे को दे देती है।
सुरुचि : अब तुम अब नेता-वेता के चक्कर में मत पड़ो, मुझसे डायरेक्ट मिलो। दस लोगों के पास जाओगे तो दस बात होगीं और बात बढ़ेगी।
युवक : मैं थाने नहीं आऊंगा, मुझसे थाने न आने के लिए कहा है।
सुरुचि : तुम डरो मत मुझपर भरोसा रखो, पैसे दे जाओ मैं सारी कार्रवाई करती रहूंगी। कोई दिक्कत नहीं आएगी मेरी तरफ से, मैं तुमको सपोर्ट कर रही हूं और तुम मुझसे डर रहे हो। कल पक्का आ रहे हो न.., मेरी बात सुनो एक पैसा कम नहीं होगा, पांच हजार से... अभी मुझे सिर्फ दो हजार रुपए ही दिए हैं। पांच हजार रुपए तो लगेंगे। मैं टीआई से केस पर साइन करवाने जाऊंगी तो उनको भी तो कुछ देना पड़ेगा। पक्का तो कल दस बजे तक थाने में आ जाना मैं कोई फोन नहीं करूंगी।
रिश्वत ना देने पर घर से उठाने की धमकी
पुलिस अधीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने सब इंस्पेक्टर के खिलाफ यह कार्रवाई एक ऑडियो टेप के आधार पर की। इस ऑडियो टेप में मारपीट के मामले में संदेही से महिला सब इंस्पेक्टर सुरुचि के साथ खुद को पुलिस अफसर बताने वाली एक अन्य महिला की बातचीत रिकार्ड है। इसमें रिश्वत न देने पर संदेही को घर से उठा ले जाने की रिकॉर्ड है। पूरे 6 मिनट 30 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग मार्च माह की है, लेकिन एसपी के पास यह बुधवार को पहुंची। अब पुलिस सब इंस्पेक्टर सुरुचि का साथ देने वाली तथाकथित महिला अफसर के बारे में जानकारी जुटा रही है। ऑडियो में बातचीत के बीच में किसी राजकुमार के नाम का भी जिक्र है, जिसके जरिए मध्यस्थता की गई है, जबकि संदेही का नाम साफ नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में संदेही निशु उर्फ कल्लू पता चला है। रिकॉर्डिंग में टीआई विजय तोमर के पास मामला पहुंचने पर ज्यादा से निपटने की बात भी कही गई है।
पुलिस अधीक्षक हरिनारायण चारी मिश्रा ने सब इंस्पेक्टर के खिलाफ यह कार्रवाई एक ऑडियो टेप के आधार पर की। इस ऑडियो टेप में मारपीट के मामले में संदेही से महिला सब इंस्पेक्टर सुरुचि के साथ खुद को पुलिस अफसर बताने वाली एक अन्य महिला की बातचीत रिकार्ड है। इसमें रिश्वत न देने पर संदेही को घर से उठा ले जाने की रिकॉर्ड है। पूरे 6 मिनट 30 सेकंड की ऑडियो रिकॉर्डिंग मार्च माह की है, लेकिन एसपी के पास यह बुधवार को पहुंची। अब पुलिस सब इंस्पेक्टर सुरुचि का साथ देने वाली तथाकथित महिला अफसर के बारे में जानकारी जुटा रही है। ऑडियो में बातचीत के बीच में किसी राजकुमार के नाम का भी जिक्र है, जिसके जरिए मध्यस्थता की गई है, जबकि संदेही का नाम साफ नहीं हुआ है। शुरुआती जांच में संदेही निशु उर्फ कल्लू पता चला है। रिकॉर्डिंग में टीआई विजय तोमर के पास मामला पहुंचने पर ज्यादा से निपटने की बात भी कही गई है।
जांच सीएसपी को
महिला एसआई को लाइन अटैच कर जांच सीएसपी लश्कर को सौंपी है। ऑडियो रिकॉर्डिंग में बातचीत करने वाली दूसरी महिला अफसर कौन है, इसका पता लगा रहे हैं।
-हरिनारायणचारी मिश्रा, एसपी, ग्वालियर
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