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झाबुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भारतीय जनता पार्टी के तमाम लाव लश्कर के साथ झाबुआ-रतलाम लोकसभा उपचुनाव में अपना कब्जा बरकरार रखने में नाकाम दिखाई दे रही भाजपा के नेताओं की अब यह स्थिति हो गई है कि वह मतदाताओं को धमकी देने पर उतारू हो गई है।
झाबुआ जिले के रानापुर कस्बे में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव प्रचार के दौरान अब जनता को ही धमकी दे डाली, उन्होंने यहां तक कह डाला कि यदि भाजपा को छोड़कर और कोई ऐसा वैसा इस क्षेत्र से जीता तो झाबुआ का विकास ही रुक जाएगा। भाजपा के हारने के बाद यदि कोई झाबुआ के विकास संबंधी काम लेकर मुख्यमंत्री के पास जाएगा तो समस्याएं कचरे के डिब्बे में चली जाएंगी, उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में मतदाताओं से कहा कि आप देख लो किसको वोट देना है, सोच लो, नुकसान किसका होगा।
विजयवर्गीय ने मतदाताओं को चेतावनी भरे स्वर में कहा कि भाजपा को वोट नहीं देने से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नहीं बल्कि मतदाताओं का नुकसान होगा इस चुनाव की हारजीत को प्रदेश और देश की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह को कोई फर्क नहीं पड़ेगा बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद रतलाम-झाबुआ लोकसभा चुनाव को बहुत अहम माना जा रहा है। इस चुनाव को जीतने के लिये भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
तमाम सरकारी एजेंसियों के सर्वे और भाजपा द्वारा कराए जा रहे सर्वे में भाजपा की हार की संभावना को देखते हुए भाजपा के नेताओं की अब यह स्थिति हो गई है कि वह मतदाताओं को भी धमकी देने लगे हैं इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय जब मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह मंत्रीमण्डल के सदस्य थे तब २०१३ के चुनाव में सोनकच्छ के मतदाताओं को भी धमकी दे चुके हैं। कुल मिलाकर रतलाम-झाबुआ लोकसभा उपचुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है और ऐसे में अपनी हार को देखते हुए अब भाजपा के नेता इस तरह हताशाभरी रणनीति पर उतर आए हैं।
झाबुआ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित भारतीय जनता पार्टी के तमाम लाव लश्कर के साथ झाबुआ-रतलाम लोकसभा उपचुनाव में अपना कब्जा बरकरार रखने में नाकाम दिखाई दे रही भाजपा के नेताओं की अब यह स्थिति हो गई है कि वह मतदाताओं को धमकी देने पर उतारू हो गई है।
झाबुआ जिले के रानापुर कस्बे में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने चुनाव प्रचार के दौरान अब जनता को ही धमकी दे डाली, उन्होंने यहां तक कह डाला कि यदि भाजपा को छोड़कर और कोई ऐसा वैसा इस क्षेत्र से जीता तो झाबुआ का विकास ही रुक जाएगा। भाजपा के हारने के बाद यदि कोई झाबुआ के विकास संबंधी काम लेकर मुख्यमंत्री के पास जाएगा तो समस्याएं कचरे के डिब्बे में चली जाएंगी, उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में मतदाताओं से कहा कि आप देख लो किसको वोट देना है, सोच लो, नुकसान किसका होगा।
विजयवर्गीय ने मतदाताओं को चेतावनी भरे स्वर में कहा कि भाजपा को वोट नहीं देने से प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का नहीं बल्कि मतदाताओं का नुकसान होगा इस चुनाव की हारजीत को प्रदेश और देश की सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह को कोई फर्क नहीं पड़ेगा बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद रतलाम-झाबुआ लोकसभा चुनाव को बहुत अहम माना जा रहा है। इस चुनाव को जीतने के लिये भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।
तमाम सरकारी एजेंसियों के सर्वे और भाजपा द्वारा कराए जा रहे सर्वे में भाजपा की हार की संभावना को देखते हुए भाजपा के नेताओं की अब यह स्थिति हो गई है कि वह मतदाताओं को भी धमकी देने लगे हैं इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय जब मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह मंत्रीमण्डल के सदस्य थे तब २०१३ के चुनाव में सोनकच्छ के मतदाताओं को भी धमकी दे चुके हैं। कुल मिलाकर रतलाम-झाबुआ लोकसभा उपचुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है और ऐसे में अपनी हार को देखते हुए अब भाजपा के नेता इस तरह हताशाभरी रणनीति पर उतर आए हैं।
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