पप्पी राय की रिर्पोट @ toc news
नरसिंगपुर जिले मुख्यतः गाडरवारा में अरहर खरीदी के बाद अब एक और बड़े घोटाले की चर्चा हो रही है वह है गेंहू के परिवहन से सम्बंधित विपरण संघ के द्वारा किसानो से ख़रीदे गए गेंहू के परिवहन को लेकर टेण्डर जारी होते है लेकिन विगत दस सालो से इस धंधे में जमे हुए लोग किसी ओर को इस कारोबार में नही आने देते इतना ही नही इस पुरे खेल में विपणन संघ के अधिकारी भी किसी अन्य फ़र्म का हस्तक्षेप नही चाहते क्योकि अगर कोई अन्य फ़र्म इस खेल में सामिल हो गए तो परिबहन में कम्पीटीशन होगा ओर ठेकेदार सहित अधिकारियो को मोटी रकम खाने नही मिलेगी शायद इसी कारण लगातार तीन बार गाडरवारा के गेंहू परिबहन को लेकर शासन प्रशासन ने टेण्डर निकाले और तीनो बार अधिकारियो के चहेतो ने अमानक दरे डाली पर अमानक दरे डालने के बाद भी इन ठेकेदारो पर कोई कार्यवाही नही हुई इतना ही नही प्रशासन के नुमाईंदों को इस बात की भी फ़िक्र नही की एक बार की टेण्डर प्रिकिया में लाखो रूपये खर्च होते है इस काम में परमानेंट ठेकेदारो द्वारा परिबहन में भी किलोमीटर का खेल खेलकर शासन को करोडो रूपये की चपत लगाई जाती है इस संधर्व में कुछ लोगो के द्वारा विपणन विभाग में सूचना के अधिकार के तहत जनकारी मांगनी चाही लेकिन अधिकारियो ने यह कहकर जानकारी देने से मना कर दिया की हमारे विभाग में सूचना के अधिकार का नियम लागू नही होता है जिले के कुछ लोगो का कहना है की इस बार माननीय न्यायालय की शरण के अलावा कुछ हल नही निकलता दिख रहा है जिससे इस भारी भरष्टाचार पर अंकुश लग सके लेकिन कुछ लोगो का यह भी कहना है की जिले के कलेक्टर महोदय इस विषय में जरूर न्याय करेंगे क्योकि उन्होंने कई अच्छे कामो में जिले का नाम रोशन किया है बहरहाल अब देखना यह होगा की इस बार यह प्रकिर्या निष्पक्ष होती है या फिर नियमो को ताक पर रखकर अधिकारियो के चहेतो को यह काम मिलता है
नरसिंगपुर जिले मुख्यतः गाडरवारा में अरहर खरीदी के बाद अब एक और बड़े घोटाले की चर्चा हो रही है वह है गेंहू के परिवहन से सम्बंधित विपरण संघ के द्वारा किसानो से ख़रीदे गए गेंहू के परिवहन को लेकर टेण्डर जारी होते है लेकिन विगत दस सालो से इस धंधे में जमे हुए लोग किसी ओर को इस कारोबार में नही आने देते इतना ही नही इस पुरे खेल में विपणन संघ के अधिकारी भी किसी अन्य फ़र्म का हस्तक्षेप नही चाहते क्योकि अगर कोई अन्य फ़र्म इस खेल में सामिल हो गए तो परिबहन में कम्पीटीशन होगा ओर ठेकेदार सहित अधिकारियो को मोटी रकम खाने नही मिलेगी शायद इसी कारण लगातार तीन बार गाडरवारा के गेंहू परिबहन को लेकर शासन प्रशासन ने टेण्डर निकाले और तीनो बार अधिकारियो के चहेतो ने अमानक दरे डाली पर अमानक दरे डालने के बाद भी इन ठेकेदारो पर कोई कार्यवाही नही हुई इतना ही नही प्रशासन के नुमाईंदों को इस बात की भी फ़िक्र नही की एक बार की टेण्डर प्रिकिया में लाखो रूपये खर्च होते है इस काम में परमानेंट ठेकेदारो द्वारा परिबहन में भी किलोमीटर का खेल खेलकर शासन को करोडो रूपये की चपत लगाई जाती है इस संधर्व में कुछ लोगो के द्वारा विपणन विभाग में सूचना के अधिकार के तहत जनकारी मांगनी चाही लेकिन अधिकारियो ने यह कहकर जानकारी देने से मना कर दिया की हमारे विभाग में सूचना के अधिकार का नियम लागू नही होता है जिले के कुछ लोगो का कहना है की इस बार माननीय न्यायालय की शरण के अलावा कुछ हल नही निकलता दिख रहा है जिससे इस भारी भरष्टाचार पर अंकुश लग सके लेकिन कुछ लोगो का यह भी कहना है की जिले के कलेक्टर महोदय इस विषय में जरूर न्याय करेंगे क्योकि उन्होंने कई अच्छे कामो में जिले का नाम रोशन किया है बहरहाल अब देखना यह होगा की इस बार यह प्रकिर्या निष्पक्ष होती है या फिर नियमो को ताक पर रखकर अधिकारियो के चहेतो को यह काम मिलता है
No comments:
Post a Comment