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भोपाल 7 मार्च ।राजधानी की जेल में बंद उज्बेकिस्तान की महिला के प्रेग्नेंट होने का मामला सामने आया है.
गौरतलब है कि महिला दिसंबर महीने से भोपाल की जेल में बंद है.
दरअसल, उज्बेकिस्तान की 35 साल की डी जुरायवा बार्नो इन दिनों जिला जेल में बंद है.
उज्बेकिस्तान सरकार और उसके दूतावास से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलने से महिला यहां कि जेल में ही रहने को मजबूर है.
जेल में बंद डी जुरायवा बार्नो की जब मेडिकल जांच कराई गई तो सामने आया कि वो प्रेग्नेंट है.
इसका खुलासा होने के बाद जेल अधीक्षक की ओर से 4 फरवरी को कोर्ट को जानकारी दी गई थी कि ये महिला जेल में आने से पहले ही प्रेग्नेंट थी.
डी जुरायवा बार्नो पर्यटन वीजा पर नेपाल पहुंची थी. वहां पर कुछ लोगों ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया, जिसके बाद उसे दिल्ली ले आया गया.
यहां होश आने के बाद स्थिति समझते हुए उसने जाटखेड़ी में रहने वाले विश्वास सरकार को फोन कर मदद मांगी और फिर भोपाल आ गई.
भोपाल आने के बाद विकास महिला को थाने ले गया जहां 9 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की गई.
एफआईआर में महिला ने जो घटनाक्रम बताया उसे लेकर पुलिस को संदेह है, क्योंकि महिला विकास के पास आने से पहले दिल्ली, हिमाचल प्रदेश सहित कई स्थानों पर रहकर पहुंची थी.
इस बीच ऐसी भी जानकारी सामने आई थी कि महिला नेपाल में आए भूकंप के बाद खुद भारत आ पहुंची थी और भोपाल आने के बाद उसने विकास सरकार से संपर्क किया था.
दोनों ही मामलों में पुलिस ने फॉरेनर एक्ट की धारा 14-क का उल्लंघन पाया, जिसके बाद महिला को गिरफ्तार कर जिला जेल में बंद कर दिया गया.
हालांकि इसकी सूचना विदेश मंत्रालय और भारत में मौजूद उज्बेकिस्तान दूतावास को दे दी गई थी लेकिन अब तक महिला के अपने देश वापस जाने का कोई रास्ता नहीं निकला है.
भोपाल 7 मार्च ।राजधानी की जेल में बंद उज्बेकिस्तान की महिला के प्रेग्नेंट होने का मामला सामने आया है.
गौरतलब है कि महिला दिसंबर महीने से भोपाल की जेल में बंद है.
दरअसल, उज्बेकिस्तान की 35 साल की डी जुरायवा बार्नो इन दिनों जिला जेल में बंद है.
उज्बेकिस्तान सरकार और उसके दूतावास से किसी प्रकार की मदद नहीं मिलने से महिला यहां कि जेल में ही रहने को मजबूर है.
जेल में बंद डी जुरायवा बार्नो की जब मेडिकल जांच कराई गई तो सामने आया कि वो प्रेग्नेंट है.
इसका खुलासा होने के बाद जेल अधीक्षक की ओर से 4 फरवरी को कोर्ट को जानकारी दी गई थी कि ये महिला जेल में आने से पहले ही प्रेग्नेंट थी.
डी जुरायवा बार्नो पर्यटन वीजा पर नेपाल पहुंची थी. वहां पर कुछ लोगों ने उसे नशीला पदार्थ खिला दिया, जिसके बाद उसे दिल्ली ले आया गया.
यहां होश आने के बाद स्थिति समझते हुए उसने जाटखेड़ी में रहने वाले विश्वास सरकार को फोन कर मदद मांगी और फिर भोपाल आ गई.
भोपाल आने के बाद विकास महिला को थाने ले गया जहां 9 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की गई.
एफआईआर में महिला ने जो घटनाक्रम बताया उसे लेकर पुलिस को संदेह है, क्योंकि महिला विकास के पास आने से पहले दिल्ली, हिमाचल प्रदेश सहित कई स्थानों पर रहकर पहुंची थी.
इस बीच ऐसी भी जानकारी सामने आई थी कि महिला नेपाल में आए भूकंप के बाद खुद भारत आ पहुंची थी और भोपाल आने के बाद उसने विकास सरकार से संपर्क किया था.
दोनों ही मामलों में पुलिस ने फॉरेनर एक्ट की धारा 14-क का उल्लंघन पाया, जिसके बाद महिला को गिरफ्तार कर जिला जेल में बंद कर दिया गया.
हालांकि इसकी सूचना विदेश मंत्रालय और भारत में मौजूद उज्बेकिस्तान दूतावास को दे दी गई थी लेकिन अब तक महिला के अपने देश वापस जाने का कोई रास्ता नहीं निकला है.
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