Present by - toc News
पूरे दिन की थकान मिटाकर जब आप सोने जाते हैं तो आपको सुखद एहसास होता है लेकिन क्या आपको पता है कि बिना कपड़ों के सोने से आपको बहुत से फायदे हो सकते हैं। जी हां, अब नाइट सूट पर पैसे बर्बाद करने की जरुरत नहीं। कई शोध दिखाते हैं कि बगैर कपड़ों के सोना सेहत के लिए अच्छा होता है।
जब आप बिना कपड़ों के सोते हैं तो एक-दूसरे को गर्माहट मिलती है और उस गर्माहट में कंफर्ट होता है सुकून होता है। 2014 में कॉटन यूएसए द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि बगैर कपड़ों के सोने वाले 57 फीसदी दंपति अपने रिश्ते से बेहद खुश थे. नाइट सूट पहन कर सोने वालों की तुलना में यह नौ फीसदी ज्यादा है।
2014 में ही हुए एक रिसर्च में सोते समय कमरे के तापमान और शरीर पर उसके असर पर ध्यान दिया गया। कपड़े पहन कर सोने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। शोध में पाया गया कि जो लोग चार हफ्ते तक कम तापमान में सोए उनके इंसुलिन के नतीजे बाकियों की तुलना में दो गुना बेहतर थे।
जननांगों में इंफेक्शन महिलाओं में एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। कॉस्मोपोलिटन मैगजीन में अमेरिका की डॉक्टर जेनिफर लांडा के हवाले से लिखा गया है कि सोते समय तापमान अधिक होने से महिलाओं के जननांगों में फंगस की इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
जब त्वचा का त्वचा से सीधा संपर्क होता है तो एड्रेनल ग्लैंड को यह संदेश मिलता है कि उसे स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम मात्रा में बनाना है। कोर्टिसोल की अधिक मात्रा हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता को कम कर देती है। इसके अलावा त्वचा से संपर्क के कारण ऑक्सीटोसिन हार्मोन निकलता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
2004 में इनसोम्निया के मरीजों पर हुआ एक शोध बताता है कि उनके शरीर का तापमान अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है और इसीलिए उन्हें ठीक से नींद नहीं आ पाती। बगैर कपड़ों के सोने से शरीर का तापमान कम हो जाता है जिससे अच्छी नींद में फायदा मिल सकता है।
पूरे दिन की थकान मिटाकर जब आप सोने जाते हैं तो आपको सुखद एहसास होता है लेकिन क्या आपको पता है कि बिना कपड़ों के सोने से आपको बहुत से फायदे हो सकते हैं। जी हां, अब नाइट सूट पर पैसे बर्बाद करने की जरुरत नहीं। कई शोध दिखाते हैं कि बगैर कपड़ों के सोना सेहत के लिए अच्छा होता है।
जब आप बिना कपड़ों के सोते हैं तो एक-दूसरे को गर्माहट मिलती है और उस गर्माहट में कंफर्ट होता है सुकून होता है। 2014 में कॉटन यूएसए द्वारा किए गए एक शोध में पाया गया कि बगैर कपड़ों के सोने वाले 57 फीसदी दंपति अपने रिश्ते से बेहद खुश थे. नाइट सूट पहन कर सोने वालों की तुलना में यह नौ फीसदी ज्यादा है।
2014 में ही हुए एक रिसर्च में सोते समय कमरे के तापमान और शरीर पर उसके असर पर ध्यान दिया गया। कपड़े पहन कर सोने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है। शोध में पाया गया कि जो लोग चार हफ्ते तक कम तापमान में सोए उनके इंसुलिन के नतीजे बाकियों की तुलना में दो गुना बेहतर थे।
जननांगों में इंफेक्शन महिलाओं में एक आम लेकिन गंभीर समस्या है। कॉस्मोपोलिटन मैगजीन में अमेरिका की डॉक्टर जेनिफर लांडा के हवाले से लिखा गया है कि सोते समय तापमान अधिक होने से महिलाओं के जननांगों में फंगस की इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
जब त्वचा का त्वचा से सीधा संपर्क होता है तो एड्रेनल ग्लैंड को यह संदेश मिलता है कि उसे स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोल को कम मात्रा में बनाना है। कोर्टिसोल की अधिक मात्रा हमारी रोग प्रतिरोधी क्षमता को कम कर देती है। इसके अलावा त्वचा से संपर्क के कारण ऑक्सीटोसिन हार्मोन निकलता है जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।
2004 में इनसोम्निया के मरीजों पर हुआ एक शोध बताता है कि उनके शरीर का तापमान अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा होता है और इसीलिए उन्हें ठीक से नींद नहीं आ पाती। बगैर कपड़ों के सोने से शरीर का तापमान कम हो जाता है जिससे अच्छी नींद में फायदा मिल सकता है।
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