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भोपाल| मध्य प्रदेश के आईएएस अफसर विशेष गढपाले पर अरबों रुपए का गबन करने का आरोप लगा है| सीधी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समग्र स्वच्छता अभियान में कलेक्टर रहते हुए बड़ा गोलमाल करते हुए एक अरब का गबन किया है| यह आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ल ने कहा है तत्कालीन अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी उदय सिंह भदौरिया के साथ मिलकर अभियान में बड़ी हेराफेरी की है|
आईएएस विशेष गढपाले विशेष गढपाले वर्तमान में कटनी कलेक्टर है और उनका नाम तेजी से केन्द्रीय मंत्री अनिल दबे के ओएसडी पद के लिये चल रहा है। वहीं अरबों रुपए के घोटाले में नाम आने के बाद राजनैतिक खेमे में हलचल मच गई है| भाजपा विधायक केदार शुक्ल का आरोप है कि विधानसभा में उन्होने सीधी में हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, लेकिन सरकार ने कोई कारवाई नही की। परियोजना अधिकारी रत्नेश सिंह के खिलाफ आश्वासन मिला था कि मामला दर्ज किया जायेगा लेकिन सरकार ने अभियोजन की स्वीकृति ही नही दी।
केदार शुक्ल का कहना है कि मंत्री गोपाल भार्गव तक ने पूरी ताकत लगा ली लेकिन इन अधिकारियों का कुछ नही बिगड़ा। हैरत की बात यह है कि तत्कालीन अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी उदय सिंह भदौरिया नरसिंहपुर में लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथों पकड़े गये थे, लेकिन सरकार से अभियोजन का स्वीकृति नहीं मिली। केदार शुक्ल की शिकायत के बाद भी कारवाई करने के बजाय उन्हे सीधी से भोपाल पदस्थ कर दिया गया। केदार शुक्ल ने इस मामले में पूरा दोष तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढपाले पर डाला है और यह भी बताया है कि किस तरह घोटाले को अंजाम देने के लिये गढपाले ने जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी मोहित बुन्दस के वित्तीय अधिकार तक छीन लिये थे।
भोपाल| मध्य प्रदेश के आईएएस अफसर विशेष गढपाले पर अरबों रुपए का गबन करने का आरोप लगा है| सीधी जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समग्र स्वच्छता अभियान में कलेक्टर रहते हुए बड़ा गोलमाल करते हुए एक अरब का गबन किया है| यह आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ल ने कहा है तत्कालीन अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी उदय सिंह भदौरिया के साथ मिलकर अभियान में बड़ी हेराफेरी की है|
आईएएस विशेष गढपाले विशेष गढपाले वर्तमान में कटनी कलेक्टर है और उनका नाम तेजी से केन्द्रीय मंत्री अनिल दबे के ओएसडी पद के लिये चल रहा है। वहीं अरबों रुपए के घोटाले में नाम आने के बाद राजनैतिक खेमे में हलचल मच गई है| भाजपा विधायक केदार शुक्ल का आरोप है कि विधानसभा में उन्होने सीधी में हुए भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था, लेकिन सरकार ने कोई कारवाई नही की। परियोजना अधिकारी रत्नेश सिंह के खिलाफ आश्वासन मिला था कि मामला दर्ज किया जायेगा लेकिन सरकार ने अभियोजन की स्वीकृति ही नही दी।
केदार शुक्ल का कहना है कि मंत्री गोपाल भार्गव तक ने पूरी ताकत लगा ली लेकिन इन अधिकारियों का कुछ नही बिगड़ा। हैरत की बात यह है कि तत्कालीन अतिरिक्त कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीधी उदय सिंह भदौरिया नरसिंहपुर में लोकायुक्त द्वारा रंगे हाथों पकड़े गये थे, लेकिन सरकार से अभियोजन का स्वीकृति नहीं मिली। केदार शुक्ल की शिकायत के बाद भी कारवाई करने के बजाय उन्हे सीधी से भोपाल पदस्थ कर दिया गया। केदार शुक्ल ने इस मामले में पूरा दोष तत्कालीन कलेक्टर विशेष गढपाले पर डाला है और यह भी बताया है कि किस तरह घोटाले को अंजाम देने के लिये गढपाले ने जिला पंचायत के कार्यपालन अधिकारी मोहित बुन्दस के वित्तीय अधिकार तक छीन लिये थे।
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