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नई दिल्ली। तीस हजारी कोर्ट की सीनियर सिविल जज रचना तिवारी लखनपाल और उनके पति आलोक लखनपाल को सीबीआई ने चार लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया है। जज साहेबा पर एक विशाल मेहन नाम के वकील से लोकल कमिश्नर बनाने के नाम पर रिश्वत लेने का आरोप है।
महिला जज गिरफ्तार, सीबीआई को घर से मिले 93 लाख रुपए नगद
पूर्व जज रचना को सीबीआई ने कोर्ट रुप में रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए पकड़ा। विशाल को रचना ने विवादित प्रॉपर्टी के एक केस में लोकल कमिश्नर नियुक्त किया था। दोनों ने मिलकर केस जिताने के लिए एक पार्टी से पैसे लिए थे। विशाल ने उसके पक्ष में निर्णय दिलाने के लिए अपने लिए 2 लाख और जज के लिए 20 लाख रुपए मांगे थे। सीबीआई के प्रवक्ता आरके गौड़ ने बताया कि जज को रंगे हाथों पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया।
एक सूचना पर वकील विशाल को पहले ही पकड़ लिया गया था, जब वह पार्टी से 5 लाख रुपए ले रहा था। इनमें से 4 लाख जज रचना तिवारी के लिए थे। रचना तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, जबकि उनके पति व वकील को 2-2 दिनों की पुलिस हिरासत में रखा गया है।
सीबीआई ने आरोपी महिला जज के घर की तलाशी भी ली। वहां से तलाशी के दौरान 93 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है। सीबीआई और पुलिस आरोपी जज के पति आलोक लखनपाल से भी पूछताछ कर रही है। इस मामले मे हाई कोर्ट ने एक जांच कमेटी बनाई है, जिसकी संस्तुति के बाद हाई कोर्ट ने जज रचना लखनपाल को सस्पेंड पर दिया। उसी के बाद सीबीआई ने उन्हें गिरफ़्तार कर लिया था।
बताया जा रहा है कि जज रचना पहले भी कई मामलों में मन मुताबिक फ़ैसले देने के लिए रिश्वत लेती रही हैं।
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