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भोपाल. दिनॉक 23 फरवरी को भोपाल की अदालत से शलभ भदौरिया व अरशद अली खान को अदालती करंट से कमर के दो टुकड़े हो गये।
हमेशा ये दोनों फर्जी ब्यक्ति अपने आपको पत्रकार भवन समिति का अध्यक्ष और एम पी यूनियन का अध्यक्ष बताकर कानून के साथ धोखाकर पत्रकार भवन के निर्माण में रोड़े अटकाने का काम करते हुये पत्रकार बिरादरी को नुकसान पंहुचाने का काम करते रहे हैं। इसी प्रकार विश्वकर्मा नामक एक फर्जी ने, कभी नईदुनिया में चाय पिलाने वाले किसी सक्सेना नामके व्यक्ति के साथ मिलकर न्यायालय में फर्जी अपील लगाई थी।
श्री राधावल्लभ शारदा जो पत्रकार भवन समिति के एवम् एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष हैं, ने शलभ भदौरिया,अरशद अली खान व बिश्वकर्मा के विरुद्ध न्यायालय में दावा लगाया, कि ये तीनों एवम् इन तीनों के एजेन्ट फर्जी हैं और ये पत्रकार भवन समित् और एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष व मबासच्व बनकर धोखाधढ़ी करते हैं। इनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जावे।
न्यायालय ने इन तीनों के वकीलों के तर्कों को खारिज करते हुये,इन तीनों को पत्रकार भवन समिति, व एम पी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष व महासचिव के उपयोग पर पूर्णत; रोक लगा दी।
इस फैसले को सुनकर अपने अापको महासचिव कहने वाले ब्यक्ति ने चार बंडल काला फूल बीड़ी के सुट्चे खीचने रे बाद सड़क पर बीड़ी के डुट्ठे ढूंढ़ते नजर आये। तथाकथित अध्यक्ष तो पहले ही बिस्तर में स्पण्डूलाइटिस की चपेट में होने के कारण कमर भी नहीं हिला पा रहे थे,ऊपर से अदालती करंट से रही सही कमर भी चटक गई।
इनका कहना है-
यह लोग अपने आपको पत्रकार भवन समिति का अध्यक्ष और महासचिव बताकर धोखाधड़ी और पत्रकार भवन के निर्माण में रोड़ा अटकने का काम कर रहे थे माननीय न्यायालय ने इनको अपने आप को पदाधिकारी बताने पर रोक लगा दी है अब यदि नाम का उपयोग किया तो जेल की हवा खाना पड़ेगीविनय जी डेविड
उपाध्यक्ष
पत्रकार भवन समिति, भोपाल
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