TOC NEWS
ब्रिटेन में शरण लिए शराब कारोबारी विजय माल्या, आईपीएल घोटाले में आरोपी ललित मोदी और आतंकी टाइगर मेमन को भारत लाने की संभावना बढ़ गई है। भारत और ब्रिटेन के बीच मंगलवार को प्रत्यर्पण और पारस्परिक कानूनी सहायता के लिए लंबित अपीलों में तेजी लाने पर सहमति बनने से इन सभी के प्रत्यर्पण का मार्ग साफ हो गया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों ने किसी खास मामले का जिक्र किए बगैर लंबित अनुरोधों पर आगे बढ़ने में कानूनी सहयोग मजबूत करने का संकल्प लिया है। गत सप्ताह मुंबई की एक विशेष कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी माल्या को वापस लाने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को भारत-ब्रिटेन पारस्परिक विधिक सहायता संधि के उपयोग की इजाजत दी थी। समझा जाता है कि माल्या के प्रत्यर्पण मुद्दे का वार्ता में जिक्र हुआ, जिसके बाद दोनों देशों के बीच सहमति बनी है।
विदेश मंत्रालय ने दो दिनों की वार्ता के बाद कहा कि दोनों देशों ने कानूनी प्रक्रियाओं और कार्यप्रणाली पर विस्तृत चर्चा की है। इसके बाद सहमति बनी कि दोनों देशों के केंद्रीय अधिकारी हर छह महीने पर वीडियो कॉफ्रेंसिंग के जरिए इन मामलों की प्रगति समीक्षा करेंगे। यह बैठक ब्रिटिश प्रधानमंत्री की नवंबर में हुई भारत यात्रा के दौरान लिए गए फैसले के तहत हुई है। पीएम नरेंद्र मोदी और थेरेसा ने प्रत्यर्पण मामलों से जुड़े अधिकारियों को जल्द बैठक का निर्देश दिया था।
विजय माल्या
शराब कारोबारी पर कई बैंकों का 9000 करोड़ रुपये का कर्ज नहीं लौटाने का आरोप है। कोर्ट माल्या को भगोड़ा भी घोषित कर चुकी है।
ललित मोदी
पूर्व आईपीएल कमिश्नर पर आईपीएल के ठेके देने में रिश्वत लेने, मैच फिक्सिंग और सट्टेबाजी के आरोप हैं। वह 2010 से ही फरार हैं।
टाइगर मेमन
वर्ष 1993 के मुंबई में हुए बम धमाकों का मुख्य आरोपी है। इसके प्रत्यर्पण के लिए काफी सालों से सरकार कोशिश कर रही है।
No comments:
Post a Comment